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एटीएम में मदद की आड़, हरियाणवी गिरोह के लोग शातिर तरीके से कार्ड बदलकर करते थे लाखों की ठगी

locationबालोदPublished: Dec 09, 2017 12:12:34 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

एटीएम कार्ड बदलकर ठगी को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को बालोद पुलिस ने पकडऩे में सफलता हासिल की है।

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बालोद. एटीएम कार्ड से पैसे निकालने में लोगों की मदद के नाम पर एटीएम कार्ड बदलकर ठगी को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को बालोद पुलिस ने पकडऩे में सफलता हासिल की है। दो सगे भाई और उनके चाचा और मामा के इस चार सदस्यीय हरियाणवी गिरोह ने हरियाणा के अलावा झारखंड, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ में लाखों की ठगी की है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 7 दिसंबर को मुखबिर से सूचना मिली की पुरुर नेशनल हाइवे पर हरियाणा पासिंग की कार घूम रही है। इसके बाद गुरुर पुलिस ने नेशनल हाइवे की नाकाबंदी कर कार को रोका और बैठे लोगों से पूछताछ की।
पहले तो कुछ नहीं बताया, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में बताया कि एटीएम से ठगी करने के लिए घूम रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने सदस्यों को गिरफ्तार कर थाने लाई, जहां पूछताछ में अंतरराज्यीय गिरोह होने का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 लाख 50 हजार रुपए नगद और 20 एटीएम कार्ड व मोबाइल फोन बरामद किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ग्राम बलवारा, हरियाणा निवासी संदीप कुमार (28), उसका सगा बाई प्रवीण कुमार (24), बलवारा निवासी चाचा सूरजमल (40) और माम रणधीर सिंह निवासी ग्राम जरखोली, झारखंड शामिल हैं। इन आरोपियों से पुलिस और पूछताछ में जुटी है, माना जा रहा है गिरोह के सदस्यों ने एटीएम कार्ड के जरिए लाखों नहीं बल्कि करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दिया है।
चकमा देने बनाए एक कार के दो नंबर प्लेट
एसपी दीपक झा ने बताया की आरोपियो ने लोगों को चकमा देने के लिए अपने कार में दो नंबर प्लेट लगाकर रखे थे। अगर कोई कार का नंबर प्लेट देख ले तो तत्काल दूसरा नंबर प्लेट लगा देते थे। जानकारी के मुताबिक, आरोपी बड़े होटलों में रहने-खाने के आदि थे। इन आरोपियों को पकडऩे वाली गुरुर पुलिस की टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पकड़े गए आरोपी बीते एक साल से लोगों को एटीएम से पैसा निकालने के बहाने ठगने का काम कर रहे हैं। ये लोग पहले तो एटीएम के पास देखते थे की किसी को एटीएम चलाने आता है की नहीं। जिसके बाद चारो में से कोई एक उस व्यक्ति के पीछे लाइन में खड़ा हो जाते।
जब पैसा निकालने के लिए वह एटीएम में अपना एटीएम कार्ड डालता और पैसा नहीं निकलता तो उसके एटीएम कार्ड को पकड़कर सहयोग करे लग जाते और एटीएम का पिन नंबर पूछकर एटीएम से पैसा निकालकर दे देता। इसी दौरान बड़ी चालाकी से एटीएम कार्ड को बदल देता। जब तक सामने वाले को पता चलता तब तक उसके खाते से लाखों-हजारों रुपए निकल जाते थे। आरोपी दूसरे एटीएम में जाकर उस एटीएम कार्ड से पैसा निकाल लेते थे।
आरोपियों ने इन एटीएम से निकाले पैसे
18 सितंबर 2017 को कांकेर एटीएम से 2 लाख
14 नवंबर 2017 को टाटीबंद रायपुर एटीएम से 38 हजार
2 दिसंबर 2017 को भंडारा सकोली एटीएम से 1 लाख 60 हजार
15 नवंबर 2017 को गुंडरदेही एटीएम से 21 हजार रुपए।
15 नवंबर को तोकापाल जगदलपुर एटीएम से 1 लाख 20 हजार
15 नवंबर 2017 को केशकाल एटीएम से 78 हजार
15 नवंबर 2017 को गुरुर स्टेट बैंक एटीएम से 2 लाख 12 हजार रुपए निकाले।
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