ग्रामीण महिला सुलोचना, उषा देवांगन ने बताया कि सरकार ने सत्ता में आने के पहले ही घोषणा की थी कि महिलाओं के आत्मसम्मान के लिए प्रदेश में शराब बंदी (Liquor ban in chhattisgarh) की जाएगी। सरकार के लिए यह अच्छा मौका है कि वह शराब बंदी लागू करे। महिलाओं के साथ ही विनोद टंडन, यशवंत टंडन, संतलाल देवांगन ने भी मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। सरपंच ललिता भुआर्य, महिला कमांडो के साथ अन्य महिलाओं ने भी विशेष पहल की है। सरपंच ने बताया कि लॉकडाउन में शराब दुकान बंद है, जिसका असर गांव में देखने को मिला है।
मुख्यमंत्री को पत्र लिखने वाली महिलाओं में सुलोचना कामड़े, ऊषा देवांगन, हर्ष देवांगन, धनेश्वरी ठाकुर, सविता टंडन, यशोदा ठाकुर, गौरी देवांगन, चम्पा देवांगन, टिकेश्वरी ठाकुर, लक्ष्मी देवांगन, सुमित्रा सिन्हा, प्रतिमा देवांगन, गंगा ठाकुर, कृतिका धनकर, पुष्पा ठाकुर आदि शामिल हैं।