दीवाली पर पूजा में धन की देवी मां लक्ष्मी को मिठाई के साथ बतासा और लाई का भोग लगाना शुभ माना जाता है। इसलिए नगर के बाजार में बतासा, लाई सिंघाड़ा सहित माता की प्रतिमा, फोटो आदि की अच्छी बिक्री हुई। वहीं फल-फूल की भी अच्छी मांग रही।
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दिवाली पर भगवान गौरा और माता गौरी को जगाने की परंपरा है। यह रिवाज आदिवासी समाज का है जिसे हर वर्ग मानता है। इसे विधि-विधान से समाज आयोजित करता है। समाज ने बताया दिवाली के एक सप्ताह पहले ही समाज के लोग गौरा-गौरी जगाने की जगह पर महिलाएं इक_े होकर गीत गाते हुए भगवान की प्रतिमा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करते हैं। इसके लिए दिवाली की आधी रात को भगवान शिव व माता पार्वती को तैयार कर विवाह रचाते हैं और फिर दूसरे दिन सिर पर कलश व गौरा-गौरी को धारण कर बारात निकालते हैं।
पांच दिवसीय दीपोत्सव के साथ गुरुवार को गोवर्धन पूजा की जाएगी, जहां गायों की पूजा कर उन्हें खिचड़ी खिलाई जाएगी। कुम्हड़ा, कोचई आदि की सब्जी सहित पकवानों का भोग लगाया जाएगा। जहां उसी खिचड़ी से ग्रामीण प्रसाद ग्रहण कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। उसके बाद देर शाम को घर में गोबर से बनाए तालाब में एक में पानी और दूसरे में दूध भर कर गौरी-गणेश की पूजा कर मवेशियों के पैर से कुचलवाएंगे। तीसरे दिन भाईदूज पर बहनें भाइयों की पूजा करेंगे। वहीं कई गांवों में तो गोवर्धन पूजा के दूसरे दिन मातर उत्सव भी मनाया जाएगा।
दीपावली की खुशियां मनाते वक्त सावधानी रखें। खासकर छोटे बच्चों को आतिशबाजी के लिए अकेला ना छोड़ें। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में तो पटाखे फोडऩे पर बैन लगा दिया है, लेकिन शहर में भी 125 डेसिबल से ज्यादा के साउंड वाले पटाखे फोडऩे की इजाजत नहीं है। अगर आपको लगता है कि आपके मोहल्ले या आसपास कोई इन नियमों को तोड़ रहा है तो तत्काल पुलिस और पार्यवरण विभाग को सूचना दें।
पटाखे हमेशा खुली जगह पर चलाएं और पास में पानी की बाल्टी या रेत जरूर रखें
पटाखे चलाते वक्त आसपास ज्वलनशील पदार्थ न हो
पटाखे खरीदते वक्त बच्चों की उम्र का भी ख्याल रखें और उसे जलाते वक्त बच्चों के साथ बड़ा व्यक्ति जरूर रहे
पटाखों को किसी लंबी लकड़ी या मोमबत्ती के सहारे जलाए, माचिस का उपयोग न करें।
एक बार में तीन-चार पटाखे जलाने की बजाए एक बार में एक ही पटाखा जलाए।
पटाखे में अगर आग न लगे तो उसे दुबारा जलाने की कोशिश ना करें. उसे हाथ से उठाने की बजाए उस पर पानी डाल दें
पटाखे जलाते वक्त बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जो चुस्त हो और सूती के हो
अगर कोई जल या झुलस गया हो तो उसे तत्काल ठंडी जगह पर ले जाएं और जले हुए स्थान पर ठंडा पानी डाले।
पुलिस कंट्रोल रूम 07749-223807
कंट्रोल रूम 100, 112
कोतवाली थाना बालोद 07749-220003
नगर पालिका बालोद 07749-222008
जिला अस्पताल बालोद 07749-223924
फायर बिग्रेड कंट्रोल रूम 07749-223807 कुछ जरूरी बातें
दीपावली हम कुछ ऐसा करें कि रोशनी का यह त्योहार हमारे साथ-साथ दूसरों के लिए भी खुशी का त्योहार बनकर आएं। इस त्योहार एकदूसरे के साथ खुशियां बांटे जरूर, पर जब लोगों को हमारी मदद की जरूरत हो तो पीछे हटने की बजाए आगे बढ़कर उनकी सहायता करें। गुरुवार को दीपावली धूमधाम से मनाई जाएगी। खूब आतिशबाजी भी होगी,लेकिन आतिशबाजी हो या पटाखे चलाते वक्त हमेशा सावधानी रखें ताकि आपकी छोटी सी गलती की वजह से दूसरों को नुकसान ना हो। किसी भी अनहोनी घटना से निपटने हेल्पाइन नंबर, फस्र्टएड बॉक्स जैसी जरूरी चीजें जरूर रखें ताकि वक्त पर लोगों की मदद की जा सकें।
लाभ-अमृत महूर्त
प्रात: 6 बजे से 9 बजे तक
शुभ मुहूर्त 9 से 10.30 तक
फिर 10.30 से 12 बजे तक
गोधूलि 4.30 से 5.52 तक
फिर 5.53 से रात 7.51 तक
मिथुन लग्न 7.51 से रात 10.05 तक
फिर सिंह लग्न रात 12: 19 से रात 2:29 तक।
थाना प्रभारी बालोद रामकिंकर यादव ने बताया दिवाली पर शांतिपूर्वक त्योहार मनाएं। गड़बड़ी करने वाले, या नियमों का उल्लंघन करने वाले हुड़दंगियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गांवों में गस्त लगा दिया गया है। नगर में भी टीमें गस्त लगा रही है।