घटना का कारण बताया जा रहा घरेलू विवाद
मामले में पुलिस चौकी संजारी प्रभारी कांताराम डिलेंद्र ने जानकारी दी कि घटना के पीछे घरेलु विवाद कारण था। इसमें 40 वर्षीय बेटा कन्हैया रावटे ने विवाद के दौरान घर में अपने 62 वर्षीय बुजुर्ग पिता चिंताराम रावटे को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। घटना के बाद मृतक की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने बोरा आदि के माध्यम से आग बुझाने की कोशिश की और पुलिस को सूचना देकर संजीवनी 108 से डौंडीलोहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार कर पीडि़त चिंताराम को राजनांदगांव जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
डौंडीलोहारा अस्पताल बनकर रह गया है रेफर सेंटर
ज्ञात रहे कि जिले के सबसे बड़े तहसील डौंडीलोहारा का एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महज रेफर सेंटर बनकर रह गया है। ये मामला तो बुरी तरह जलने से संबंधित था, लेकिन यहां इलाज कराने दूर-दराज के वनांचल ग्रामों के ग्रामीणों की मानें तो यहां कई बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं का सालों से आभाव है। कई तरह की जांच की सुविधा तक नहीं मिलती, जिससे या तो लोगों को शहरों की ओर रुख करना पड़ता है या फिर उन्हें निजी डॉक्टरों के पास जाना होता है। सुविधाओं के अभाव में इलाज के दौरान ही यहां कई लोगों की मौत हो चुकी है।