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राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स : दिव्यांग देवराम ने भाला, तवा और गोला फेंक में जीता गोल्ड

locationबालोदPublished: Mar 01, 2021 08:25:08 pm

cबालोद जिले के दिव्यांग खिलाड़ी ने एक और उपलब्धि अपने नाम की है। पैरा एथलेटिक्स एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ की ओर से रायपुर के कोटा में राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता आयोजित की गई।

राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स : दिव्यांग देवराम ने भाला, तवा और गोला फेंक में जीता गोल्ड

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बालोद. जिले के दिव्यांग खिलाड़ी ने एक और उपलब्धि अपने नाम की है। पैरा एथलेटिक्स एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ की ओर से रायपुर के कोटा में राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें जिले के ग्राम पेरपार निवासी देवराम पटेल ने एक पैर से दिव्यांग होते हुए भी बेतहर खेल प्रदर्शन करते हुए भाला फेंक, तवा फेंक व गोला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व ओलंपिक खेलने का सपना
देवराम पटेल ने 2010 से अभी तक आठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता व 20 राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं। राष्ट्रीय खेल में आठ कांस्य पदक व 20 राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 10 गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने कहा उनका सपना है पैरा ओलंपिक व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेले। भारत के लिए मेडल जीते। अब मार्च में 22से 27 तक चेन्नई में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेलने की तैयारी कर रहा है।

20 दिव्यांगों को सिखा रहे खेल
दिव्यांग देवराम पटेल गांव के ही प्राथमिक शाला में स्वीपर हैं। पैरा एथलेटिक्स खेलते हैं। बचपन से ही एक पैर से दिव्यांग हैं, लेकिन अपना हौसला नहीं तोड़ा। लगातार खेल का प्रदर्शन करते रहे। खुद नेशनल स्तर का खिलाड़ी बनने के बाद अब 20 दिव्यांगों को भी खेल के गुर सिखा रहे है।

शहीद पंकज विक्रम सम्मान से हुए थे सम्मानित
वे दिव्यांगों में अपने बेहतर खेल के लिए जाने जाते हैं। उनके उत्कृष्ट खेल की वजह से 2016 में शहीद पंकज विक्रम सम्मान से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सम्मानित किया था। उनका कहना है कि जिले में दिव्यांगों की प्रतिभा को निखारने कोई आयोजन नहीं होता है। न ही कोई सहयोग शासन-प्रशासन से मिलता है। खेल के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों को शासन-प्रशासन रोजगार के साथ खेल की सुविधाएं प्रदान करें। ताकि दिव्यांग खिलाड़ी भी आगे बढ़े।

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