पत्रिका ने ध्यान आकृष्ट कराया था
दैनिक समाचार पत्र पत्रिका ने जिले के एकमात्र दिव्यांग आवासीय प्रशिक्षण केंद्र को फिर से प्रारंभ कराने समाचार प्रकाशित कर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था। समाचार प्रकाशन के बाद शासन हरकत में आया। गुरुवार को जिले में आयोजित प्रवेश उत्सव में शिक्षामंत्री ने दिव्यांग आवासीय स्कूल को फिर से चालू करने की घोषणा की है।
फिर से दिया जाएगा प्रशिक्षण
यह प्रशिक्षण केंद्र दिव्यांग बच्चों के लिए एक अच्छा केंद्र साबित हुआ था। इस केंद्र में दिव्यांग बच्चों को कम्प्यूटर से लेकर शिक्षा के हर गुर सिखाए गए थे। इस केंद्र को बंद कर प्रशिक्षण लेने वाले बच्चों को उनके गांवों के शासकीय स्कूलों में मर्ज कर दिया गया था। तकनीकी शिक्षा से प्रशिक्षण दिव्यांग बच्चे शासकीय स्कूल में जाने के बाद तकनीकी ज्ञान भूल गए हैं उन्हें फिर से प्रशिक्षण मिल सकेगा।
खनिज न्यास निधि की राशि से होगा संचालन
बता दें कि इस दिव्यांग स्कूल को पिछले चार साल से फंड के अभाव में बंद कर दिया था। कलक्टर रानू साहू ने बताया कि इस दिव्यांग स्कूल को इसी माह से चालू किया जाएगा। दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र खुलने के बाद बंद नहीं होगा। इसके लिए आगामी पांच सालों तक के लिए योजना बनाई है। @ patrika . पांच सालों तक इस केंद्र को चलाने फंड की कमी आड़े नहीं आएगी। खनिज न्यास निधि के जरिए इस आवासीय प्रशिक्षण केंद्र को खोलकर फिर से दिव्यांगों को बेहतर शिक्षा के साथ बेहतर माहौल भी दिया जाएगा।