चिटौद गांव की ही नन्ही बालिका काजल साहू पिता डिगेश्वर कुमार साहू ने भी अपने गुल्लक में जमा 5000 रुपए देश की सेवा में दान कर दिया। बच्ची ने पिता के सामने गुल्लक तोड़कर राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी ताकि कोरोना महामारी के मुश्किल वक्त में जरूरतमंदों केा समय पर मदद मिल सके।
चिटौद गांव की सरहदी सीमा पर कोल्ड स्टोरेज व्यवसाय संचालित कर रहे सलीम रोकडिय़ा पिता महाजित रोकडिय़ा धमतरी ने भी कामकाज बंद होने की स्थिति में भी नेक दिली का उदाहरण पेश किया है। उन्होंने चिटौद के अपने कर्मचारियों के परिवार रेवती पति तुकाराम, कोमिन पति हेमलाल, केशर पति केशुराम, सुनीता पति अर्जुन, निर्मला पति आत्मा, राधिका पति गिरवर एवं उर्वशी पति पंचूराम को खाद्यान्न व अन्य किराना सामग्री बांटा। 4 किलो आलू, 2 किलो प्याज, 1 लीटर तेल, 1.5 किलो चना, 2 किलो आटा, 2.5 किलो दाल, 1 पाव धनिया, मिर्च, साबुन एवं निरमा वितरित किया।