वन अधिकारी ने बताया कि दोनों ग्रामीणों को भागता देख हाथियों का दल उनके पीछे भागने लगा। देवार सिंह कुरेटी चप्पल नहीं पहना था, जिसके चलते तेजी के साथ भाग गया। भगवान सिंह चप्पल पहने हुआ था, जो तेजी के साथ भागने में असमर्थ रहा। कुछ ही दूर भागने के बाद एक खेत में हाथियों के दल ने उसे घेर लिया और कुचलकर उसे मार डाला। बुधवार की सुबह इस घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग का अमला गांव पहुंचा। ग्रामीण भयभीत थे, शाम को लगभग 4 बजे एक खेत में भगवान सिंह का शव मिला।
अक्टूबर 2020 में हाथियों के दल ने डौंडी विकासखंड के विभिन्न गांव में पहुंचकर आतंक मचाया था। इस दौरान एक बच्चे व एक वृद्ध को मार डाला था। सैकड़ों एकड़ में लगी फसल को नुकसान पहुंचाया। अब छह माह बाद हाथियों के दल के वापस आने से ग्रामीणों में फिर दहशत है। वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने गांवों में हाथियों से दूर रहने की मुनादी करवा दी है।