महिला की मौत सुबह 8.30 बजे हो गई थी। शव को अर्जुन्दा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया था। परिजन शव ले जाने मुक्तांजलि वाहन का इंतजार करते रह गए। सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक वाहन नहीं मिला तो परिजनों ने मजबूरी में कोरोना संक्रमित महिला के शव को ट्रैक्टर से अर्जुन्दा के मुक्तिधाम ले गए, जहां देर शाम को महिला का अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइन के तहत किया गया।
जिले में मंगलवार को कोरोना से हुई मौत मामले में चिकित्सकों का कहना है कि जिले में अभी कई ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, जो गम्भीर हैं। कई कोरोना लक्षण होने के बावजूद भी उसे छिपा कर रखते हैं। जब कोरोना बढ़ जाता है, तब इलाज कराने आते हैं। इस स्थिति में कोरोना संक्रमितों को बचा पाना मुश्किल रहता है। कोरोना के लक्षण दिखे तो तत्काल जांच करवाएं। डॉक्टरों से सलाह लेकर उनका इलाज कराएं।