जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉ. एसएस देवदास, अस्पताल सलाहकार ओपी वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को कोविड 19 अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखा गया तो कुछ कोरोना मरीजों के परिजन दो लोगों के साथ मिलकर ऑक्सीजन सिलेंडर को उठाकर मरीज के बेड के अंदर रख रहे थे। जिसके बाद अस्पताल के सफाई कर्मियों ने मरीजों के बेड के नीचे जांच की तो भरे हुए 16 ऑक्सीजन सिलेंडर मिले।
जिला कोविड अस्पताल के पास एक कोरोना संक्रमित महिला को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। 108 की टीम व चिकित्सक उसकी देखरेख करने लगे, उससे कहते रहे कि घबराओ मत सब ठीक हो जाएगा। लेकिन महिला यही कहती रही वह जीना चाहती है, मुझे बचा लो। अस्पताल सलाहकार ओपी वर्मा ने बताया कि मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो, इसलिए रोजाना रिफलिंग करा रहे हैं। वर्तमान में रोजाना 190 से 200 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत हो रही है। जबकि सीमित मात्रा में ही ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। रोजाना रिफलिंग हो रही है।
बालोद जिला में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चुका है। रोजाना लोगों की मौत हो रही है। जिला कोविड-19 अस्पताल में सभी 100 बेड में भर्ती मरीज ऑक्सीजन पर है। मरीजों को अस्पताल में जगह नहीं मिलने के कारण जिला कोविड अस्पताल में 20 और मरीजों को भर्ती कराया गया है। 100 बेड के अस्पताल में 125 मरीज भर्ती हैं। सभी ऑक्सीजन में हैं। 6 वेंटिलेटर में है। जिंदगी और मौत के जंग लड़ रहे हैं। जिले में 17 दिनों में कोरोना से 39 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकांश मरीजों में सांस लेने की समस्या थी। कोरोना मरीजों में सांस लेने की तकलीफ को देखते हुए कलेक्टर ऑक्सीजनयुक्त कोविड अस्पताल बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
जिले में कोरोना मरीजों में सांस लेने में परेशानी की ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। अब संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद व कलेक्टर जनमेजय महोबे लगातार प्रयास कर रहे हैं। देवरी में 50 ऑक्सीजन बेड के बाद दल्लीराजहरा में भी 100 ऑक्सीजन बेड बनवाने पर जोर दे रहे हैं। जिला प्रशासन जल्द 150 ऑक्सीजन बेड तैयार करने में जुटा है, जिससे ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत न हो।
कोरोना अस्पताल से लगे जिला अस्पताल में कई मरीज भर्ती हैं। मरीजों को भर्ती करने से पहले उनकी कोविड जांच की गई। शनिवार को अस्पताल में भर्ती 15 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से 9 मरीजों को सांस लेने में परेशानी थी। गंभीर मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं सामान्य मरीजों को पाकुरभाट आइसोलेशन केंद्र ले जाया गया। इधर लगातार बढ़ते संक्रमण को देख कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिला अस्पताल व कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की जानकारी ली और जिला अस्पताल को सेनेटाइज करने के आदेश दिए।