script

घोषणा पत्र भरने के बाद ही किसानों को उधार में मिलेगी खाद, दवाई व बीज

locationबालोदPublished: Mar 21, 2018 12:19:06 am

Submitted by:

Niraj Upadhyay

खाद, दवाई और बीज उधारी लेकर कर्ज नहीं पटाने वाले किसान अब बच नहीं पाएंगे, क्योंकि कर्ज लेने से पहले उन्हें अब घोषणा पत्र भरना होगा।

agreement letter

बालोद/गुरुर. खाद, दवाई और बीज उधारी लेकर कर्ज नहीं पटाने वाले किसान अब बच नहीं पाएंगे, क्योंकि कर्ज लेने से पहले उन्हें अब घोषणा पत्र भरना होगा। विपरीत परिस्थितियों में किसानों की नॉमिनी को यह कर्ज भुगतान करना पड़ेगा। यह निर्णय खाद, दवाई विक्रेता संघ गुरुर की बैठक में लिया गया है।

कृषि दवाई की दुकानें लगातार बढ़ रही
क्षेत्र में कृषि दवाई की दुकानें लगातार बढ़ रही हैं। वहीं व्यापारियों की मानें तो किसानों में दुकानों से कर्ज लेकर उधारी नहीं पटाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। जानकारी के अनुसार कुछ किसान एक दुकान से उधारी लेकर दूसरी दुकानों से खरीदारी शुरू कर देते हैं, जिससे दुकानों की उधारी बढ़ती जा रही है। कुछ समय से कर्ज के कारण दुकानदार एवं ग्राहक के संबंध भी बिगड़ते जा रहे हैं।

नई व्यवस्था से दोनों को होगी सुविधा
इस व्यवस्था से किसान एवं दुकानदार दोनों को सुविधा होगी। किसान सामग्री खरीदने से पहले कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेंगे। वे सही एवं उचित मात्रा में खाद, दवाई डाल सकेंगे, जिससे अतिरिक्त मात्रा में डाले जाने वाले खाद व दवाई की बचत होगी। वहीं किसान ऐसे दुकानदारों से भी बचेंगे जो अधिक लाभ के चक्कर में किसानों को अधिक मात्रा में दवाई डालने की सलाह देते हंै एवं बिक्री बढ़ाने के लिए किसानों को अतिरिक्त दवाइयां डालने की सलाह देते हैं। किसान को कर्ज लेने के पूर्व ली गई उधारी की भी पूरी जानकारी होगी, जिससे वह अनपेक्षित बिलों से भी बचेगा। दूसरी ओर दुकानदारों को भी तय सीमा पर अपने कर्ज की वापसी की उम्मीद होगी। ऐसे कारोबारियों पर शिकंजा कसेगा जो बिना लाइसेंस गुणवत्ताहीन सामग्री किसानों को बेचते हैं।

लेनी होगी कृषि विभाग से सलाह
घोषणा पत्र में किसानों को स्पष्ट सलाह दी गई है कि किसान खाद, दवाई एवं बीज लेने से पूर्व कृषि विभाग के अधिकारियों से सलाह लेंगे, उनकी सलाह अनुसार ही किसान दुकानों से सामग्री खरीदेंगे। किसान चाहे तो कंपनियों द्वारा नियुक्त सलाहकार, विशेषज्ञों से भी सलाह ले सकते हैं। उसी आधार पर किसान दुकान से सामान खरीदेगा।

घोषणा पत्र के लिए जरूरी दस्तावेज
सभी व्यापारियों ने निर्णय लिया है कि किसानों को दवाई दुकानों से उधारी में दवाई, खाद एवं बीज लेने के पहले घोषणा पत्र भरवाया जाए। किसान को अपने आधार कार्ड की छाया प्रति, फोटो, मोबाइल नंबर, दो पासपोर्ट साइज की फोटो, दो चेक जमा करना होगा। किसानों को किसी भी सामग्री की खरीदी का नियत समय में भुगतान करना होगा, देरी से भुगतान करने पर ब्यॉज भी देना पड़ सकता है। विपरीत परिस्थितियों में किसान की नॉमिनी उस कर्ज के भुगतान के लिए जिम्मेदार होंगे।

ट्रेंडिंग वीडियो