जिला अस्पताल बालोद परिसर में विद्युत कनेक्शन बिना ट्रिप सिस्टम का है। कुछ दिनों से लगातार वोल्टेज कम ज्यादा होने के कारण मंगलवार को यह घटना घट गई। गनीमत यह रही कि जान हानि नहीं हुई। बताया जाता है बीते साल ब्लड बैंक में भी शॉर्टसर्किट से आग लग गई थी। जब शॉर्ट-सर्किट हुआ तो विद्युतीकरण बॉक्स में ब्लास्ट हुआ। एक के बाद एक पटाखे जैसे विस्फोट हुए और आग लग गई। मौके पर तैनात कर्मी व गार्ड ने मोर्चा संभाला। तत्काल अस्पताल में लगे 5 अग्निशमन यंत्र को लाकर आग बुझाई। जरा-सी देर हो जाती तो बड़ी घटना घट सकती थी।
जिला अस्पताल में महिला, पुरुष, बच्चे सभी मिलाकर लगभग 50 मरीज भर्ती हैं। शॉर्ट सर्किट का असर इन वार्डों में होता तो बड़ी घटना घट सकती थी। बार-बार हो रही शॉर्ट-सर्किट की घटना को रोकने अस्पताल प्रबंधन को गंभीरता बरतनी होगी।
इस घटना से जिला अस्पताल में विद्युत सप्लाई बाधित हो गई। तत्काल जनरेटर से कनेक्शन जोड़कर बिजली बहाल की गई, तब मरीजों व परिजनों सहित अस्पताल प्रबंधन ने राहत की सांस ली।
घटना के समय जिला अस्पताल के डॉ. वीके देवदास सीढ़ी से उतर रहे थे। घटना को देखकर ऊपर तल पर चले गए। यही हाल कर्मचारी, अधिकारी, मरीजों व परिजनों का रहा। अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। डॉ. एसएस देवदास सिविल सर्जन ने बताया कि आग कैसे लगी इसकी जांच के आदेश दिए हैं। अच्छी बात यह रही कि बड़ी घटना नहीं घटी। विद्युत व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं।