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जिस मैदान से निकलकर खिलाड़ियों ने नेशनल तक बजाया था डंका, आज वही उपेक्षा का शिकार

locationबालोदPublished: Aug 19, 2018 12:12:22 am

खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र ने दशकों पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू फुटबाल स्टेडियम का निर्माण किया था। स्टेडियम से हर साल नेशनल स्तर के खिलाड़ी तैयार हुए हैं।

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जिस मैदान से निकलकर खिलाड़ियों ने नेशनल तक बजाया था डंका, आज वही उपेक्षा का शिकार

बालोद/दल्लीराजहरा. फुटबाल सहित अन्य खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र ने दशकों पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू फुटबाल स्टेडियम का निर्माण किया था। स्टेडियम से हर साल राज्य के साथ नेशनल स्तर के खिलाड़ी तैयार हुए हैं, जो दल्लीराजहरा के साथ जिला व राज्य का नाम रौशन किए हैं। आज मैदान को अब उपेक्षा झेलनी पड़ रही है। इसकी दुर्दशा से खिलाड़ी निराश हैं।
ऐसे में कई तरह के खेलों का अभ्यास करने में खिलाडिय़ों को बाधा आ रही है। समस्याओं के कारण नगर के खिलाडिय़ों व प्रशिक्षकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीएसपी प्रबंधन के ध्यान नहीं देने की वजह से आज फुटबाल स्टेडियम में गाजर घास व खरपतवार ही नजर आते हैं, वहीं चारदीवारी गिरने से मैदान के भीतर मवेशियों के आ जाने से गंदगी फैलती जा रही है। ऐसे में खिलाडिय़ों के अभ्यास में बाधा पहुंच रही है।

गिरी चारदीवारी की नहीं कराई मरम्मत
स्टेडियम के संबंध में पत्रिका ने 22 जुलाई को प्रमुखता के साथ समाचार प्रकाशित कर जिम्मेदारों को स्टेडियम के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का आहसास कराया था, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों को अहसास नहीं हुआ है। इधर स्टेडियम की स्थिति दिनोंदिन बदतर होती जा रही है। अब स्टेडियम के दीवारों के जगह-जगह प्लास्टर उखड़ गए हैं, वहीं चारदीवारी के कमजोर हो जाने से बारिश मेें इसके गिरने का खतरा बढ़़ता गया है। जुलाई में एक ओर की चारदीवारी गिर गई थी, जिसकी आज तक मरम्मत नहीं की जा सकी है।

खिलाड़ी कर रहे सुरक्षित करने का प्रयास
खिलाड़ी मार्तण्ड सिंह, अशोक सिन्हा, अशोक शर्मा, रूपलाल साहू, अजयन पिल्ले, संतोष कोशी, संजय गोगड़, परमेश्वर, सन्नी ओबेराय, बिट्टू, हरेश साहनी, भूपेन्द्र यादव, विरेन्द्र भारद्वाज ने बताया फुटबाल स्टेडियम की बाउंड्रीवॉल बदहाल स्थिति मेेंं है। दीवार टूट गई है। कुछ जगहों पर एल्बेस्टर शीटें लगाकर मरंमत की गई थी जो फिर टूट गई। तब उन्होंने ईंटों को एकत्रित कर सुरक्षित करने का प्रयास किया।

प्रबंधन को कराया था स्थिति से अवगत
स्टेडिया से जुड़ी समस्याओं से माइंस महाप्रबंधक सुरेन्द्र सिंह को अवगत कराते हुए स्टेडियम की सुरक्षा के लिए नया बाउंड्रीवॉल बनवाए जाने की मांग खिलाडिय़ों के साथ जागरूक नागरिकों ने की थी। महाप्रबंधक ने स्टेडियम की बाउंड्रीवॉल को नया बनवाने के लिए लाखों रुपए लगने की बात कहते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के उच्च अधिकारी के पास प्रस्ताव भेजने की बात कही थी, लेकिन यह आश्वासन आज तक पूरा नहीं हुआ है।

जिला खनिज मद से राशि देने का आग्रह
खिलाडिय़ों ने बताया बीएसपी प्रबंधन के फुटबाल स्टेडियम की बदहाल स्थिति से अवगत कराते हुए पूर्व कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर स्टेडियम को व्यवस्थित करने नया बाउंड्रीवॉल निर्माण कराने मांग की थी। इसके लिए जिला खनिज मद से राशि उपलब्ध कराने आग्रह किया गया था, लेकिन जिला प्रशासन ने भी ध्यान नहीं दिया। इस वजह से समस्याएं जस की तस बनी हुई है।

टहलना भी हुआ दुश्वार
फुटबाल स्टेडियम में खरपतवारों की अधिकता से विषैले कीड़ों से यहां आने वाले खिलाडय़ों के लिए खतरा बनते जा रहा है। वहीं आम लोग भी टहलने यहां प्रतिदिन आते हैं। वे भी यहां की अव्यवस्था से परेशान रहते हैं।

नहीं हो पाता अभ्यास
स्टेडियम के चारदीवारी के कुछ स्थानों पर गिरने की वजह से मवेशी, सूकर स्टेडियम के अंदर पहुंचकर गंदगी कर देते हैं। वहीं मवेशियोंं के इधर-उधर दौडऩे से खेल का अभ्यास करने वाले खिलाडिय़ों का ध्यान एकाग्र नहीं हो पाता।

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