ज्ञात रहे कि जिले में खनि संपदा का माफियाओं द्वारा लगातार अवैध खनन कर शासन को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं। मामले में पत्रिका ने लगातार समाचार प्रकाशित कर इस अवैध कारोबार का खुलासा किया था। शासन-प्रशासन को इस में बड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। अवैध कारोबार पर समय रहते पाबंदी नहीं लगाई गई, तो इनके हौसले बुलंद हो सकते हैं। उसके बाद से जिला प्रशासन सक्रिय हुआ और पूरे जिले में ऐसे अवैध कारोबार पर कार्रवाई अभियान चलाया।
जानकारी अनुसार ब्लॉक मुख्यालय के समीप ग्राम पंचायत रेंगाकठेरा के तांदुला नदी पर रेत माफिया धरती माता का सीना चीरकर अवैध रूप से रेत निकालने की शिकायत लगातार मिल रही थी। उसके बाद मामले की खबर प्रकाशित होने के बाद कलक्टर रानू साहू ने संज्ञान में लेते हुए दो हाइवा और एक जेसीबी पर 8 लाख 65 हजार 400 रुपए का जुर्माना ठोका है।
जानकारी अनुसार रेंगाकठेरा रेत घाट पर ग्राम खप्परवाड़ा निवासी सौरभ चंद्राकर की हाइवा सीजी 07 सीए, 9993 व दूसरा सीजी 07 सीए, 9995 और जेसीबी को तांदुला नदी के रेंगाकठेरा मार्ग पर रेत का अवैध कारोबार का संचालन करती गुंडरदेही पुलिस ने पकड़ी थी। उसके बाद वाहनों को छुड़वाने के लिए छुटभैया नेताओं का थाने में लगातार फोन आते रहा। इस दौरान आचार संहिता लगने के कारण ब्लॉक से जिला स्तर के अधिकारी भी अपने रुख पर रहे। इधर आरोपी वाहन मालिक सौरभ चंद्राकर भी लगातार कलक्ट्रेट का कई दिनों तक चक्कर काटते नजर आए, पर बात नहीं बनी। अब पेनाल्टी सुनकर गाड़ी छुड़वाने की भी उसकी हिम्मत नहीं हो रही है।
थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने मामले में जानकारी दी कि धारा 102 के तहत कार्रवाई की जा रही है। अवैध रेत परिवहन एवं अवैध उत्खनन के तहत वाहनों पर 8 लाख 65 हजार 400 रुपए का जुर्माना पटाने के बाद ही गाड़ी विभाग से छुड़वा पाएंगे। इस कार्रवाई में गुंडरदेही थाना, खनिज अधिकारी सुब्रत सिंह साना एवं सब इंस्पेक्टर यादव और उनकी टीम तथा सरपंच रेंगाकठेरा चंद्रभान निषाद का योगदान रहा।