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जंगल में लगी आग, बुझाने मे छूट रहे पसीने

locationबालोदPublished: Mar 25, 2022 11:14:21 pm

बालोद जिले में लगभग 200 से अधिक वन कर्मचारी अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। वहीं जिले के जंगल में तीन दिन से आग लगी हुई है। हड़ताल की वजह से वन समितियों के सदस्यों के माध्यम से आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। काबू पाने वन विभाग के पसीने छूट रहे हैं।

वन कर्मचारियों की हड़ताल

हड़ताल पर बैठे वन कर्मचारी।

बालोद . जिले में लगभग 200 से अधिक वन कर्मचारी अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। वहीं जिले के जंगल में तीन दिन से आग लगी हुई है। हड़ताल की वजह से वन समितियों के सदस्यों के माध्यम से आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। काबू पाने वन विभाग के पसीने छूट रहे हैं। आग बुझाने कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण आग ज्यादा फैल रही है। जल्द काबू नहीं पाने पर मुसीबत बढ़ जाएगी। इधर वन विभाग ने आग बुझाने की मशीन मंगाई है, जिससे जंगल में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। बालोद, दल्ली के जंगल में लगी आग के चपेट में छोटे पौधे भी आ रहे हैं। वर्तमान में आग की लपटें कम हैं।
जंगल में लगी आग, बुझाने मे छूट रहे पसीने
IMAGE CREDIT: balod patrika

महुआ बीज संग्रहण प्रभावित
वर्तमान में लगभग 20 से 22 हाथियों का दल जंगल में है। वहीं एक दतैल हाथी भी जिले के जंगल में विचरण कर रहा है। लोग जंगल में जाने से डर रहे हैं। इसका जंगल क्षेत्र में रहने वालों के व्यवसाय पर भी असर पड़ रहा है। पहले की तुलना में इस बार कम लोग महुआ संग्रहण कर रहे हैं।

महिला कर्मियों ने हाथों में मेहंदी से लिखी मांग
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर वन कर्मियों की 12 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार पांचवें दिन भी हड़ताल जारी रही। धरना स्थल में सभी वन परिक्षेत्र बालोद, दल्ली, डौंडी, लोहारा एवं गुरुर के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। महिला वन कर्मचारियों ने अपने हाथों में मेहंदी से नारा लिखकर विरोध प्रदर्शन किया। मनोज साहू, रवि निषाद, खोमेश साहू व गुलेश साहू ने संघर्ष गीत के माध्यम से वन कर्मचारी संघ का संदेश दिया। धरना स्थल पर जिलाध्यक्ष कृष्णापुरी गोस्वामी, अजय अस्टिकर, नीलकंठ साहू, घनश्याम मंकूर, सत्तार खान, सुलोचना बाई, मनीष साहू, हेमचंद ध्रुव, पार्थ साहू उपस्थित रहे।

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