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देवी उपासना का पर्व 26 से, दो साल बाद उत्साह दोगुना, दिखेगा उल्लास

locationबालोदPublished: Sep 19, 2022 11:18:56 pm

नवरात्रि पर्व को उत्साहपूर्वक मनाने शहर व अंचल में तैयारी शुरू हो गई है। देवी उपासना का पर्व नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसके लिए मूर्तिकार मां दुर्गा की मूर्ति को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। वहीं धार्मिक स्थल गंगा मैया सियादेवी, रानी माई, शीतला, चंडी मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में तैयारी जोर शोर से चल रही है। देवी प्रतिमा स्थापना के लिए बड़े पंडाल भी बनाए जा रहे हैं।

नवरात्रि पर्व की तैयारियां जोरों पर: प्रतिमा स्थापित करने तैयार हो रहे पंडाल

नवरात्रि पर्व की तैयारियां जोरों पर

बालोद. नवरात्रि पर्व को उत्साहपूर्वक मनाने शहर व अंचल में तैयारी शुरू हो गई है। देवी उपासना का पर्व नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसके लिए मूर्तिकार मां दुर्गा की मूर्ति को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। वहीं धार्मिक स्थल गंगा मैया सियादेवी, रानी माई, शीतला, चंडी मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में तैयारी जोर शोर से चल रही है। देवी प्रतिमा स्थापना के लिए बड़े पंडाल भी बनाए जा रहे हैं। दो साल से कोरोना के कारण मूर्तिकारों को परेशानी व नुकसान उठाना पड़ा था। कोरोना संक्रमण सामान्य होने के कारण इस साल प्राय: सभी गांवों में देवी मां की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसकी तैयारी में मंदिर समिति व भक्त जुट गए हैं।

प्रतिमा निर्माण की गति में आई तेजी
धर्म की नगरी बालोद में हर धार्मिक पर्व पूरी आस्था एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि की तैयारी के लिए शहर में मूर्तियां तेजी के साथ तैयार की जा रही है। मूर्तिकार शहर व गांव से बाहर जाने वाली मूर्तियों को मूर्तिकारों ने पहले ही तैयार कर रखा है। इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। देवी मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं।

मूर्तिकारों को इस बार पर्याप्त ऑर्डर मिला
मूर्तिकार चंद्रहास, रामसिंह ने बताया कि नवरात्रि पर्व के तहत इस बार मां दुर्गा की मूर्ति बनाने पर्याप्त ऑर्डर मिला है। इसे ध्यान में रखकर मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। मूर्तियों के आकार के अनुसार पांच हजार से लेकर 15 हजार रुपए तक में तैयार की जा रही है। समितियों ने भी पर्व की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत मां दुर्गा की मूर्तियां स्थापित करने के लिए आकर्षक पंडाल तैयार करने समिति के सदस्य जुटे हुए हैं।

रंग और अन्य कच्ची सामग्रियों की कीमतें बढ़ी
मूर्तिकार किशोरी ने बताया कि मूर्तियों को तैयार करने में उपयोग आने वाली कच्ची सामग्रियों की कीमतें बढ़ी हैं। प्रमुख रूप से रंग, अभ्रक, रंगीन कपड़ों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण मूर्तियों की कीमतों में भी इजाफा करना पड़ा है। हर साल इनकी कीमतें बढ़ती जा रही हैं। कोरोना काल के दौरान बीते दो सालों में मूर्तियों की पर्याप्त संख्या में बिक्री नहीं हो पाई थी। नुकसान उठाना पड़ा था।

रंग-बिरंगी रौशनी से सजेगा माता का दरबार
इस नवरात्रि भक्त 9 दिन तक माता की भक्ति में लीन रहेंगे। साथ ही देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों की रंग-बिरंगी रौशनी से सजाया जाएगा।

जिले के सभी देवी मंदिरों में ज्योत जलाने की तैयारी
इस नवरात्रि में गंगा मैय्या, सियादेवी, रानी माई, कंकालिन मंदिर, जिला मुख्यालय के शीतला, चंडी मंदिर में भी ज्योत जलेंगे।

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