scriptGovernment sought list of dilapidated schools in 15 days | शासन ने 15 दिनों में मांगी जर्जर स्कूलों की सूची, गुंडरदेही को छोड़ बाकी जनपद सीईओ ने नहीं दी | Patrika News

शासन ने 15 दिनों में मांगी जर्जर स्कूलों की सूची, गुंडरदेही को छोड़ बाकी जनपद सीईओ ने नहीं दी

locationबालोदPublished: Sep 27, 2022 09:34:07 pm

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लिए 500 करोड़ की राशि जारी की है, लेकिन गुंडरदेही जनपद सीईओ को छोड़ जिले के बालोद, गुरुर, डौंडी व डौंडीलोहारा जनपद सीईओ के पास इतना समय नहीं है कि अपने क्षेत्र के जर्जर स्कूलों की स्टीमेट बनाकर जिला शिक्षा विभाग को भेजें। वर्तमान में कई ऐसे जर्जर स्कूलों में बच्चे अपना जीवन गढ़ रहे हैं।

बच्चों की जिंदगी के प्रति लापरवाही: जिले के जर्जर स्कूलो की मरम्मत बारिश के बाद होनी है
जर्जर स्कूल
बालोद. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लिए 500 करोड़ की राशि जारी की है, लेकिन गुंडरदेही जनपद सीईओ को छोड़ जिले के बालोद, गुरुर, डौंडी व डौंडीलोहारा जनपद सीईओ के पास इतना समय नहीं है कि अपने क्षेत्र के जर्जर स्कूलों की स्टीमेट बनाकर जिला शिक्षा विभाग को भेजें। वर्तमान में कई ऐसे जर्जर स्कूलों में बच्चे अपना जीवन गढ़ रहे हैं। जिला शिक्षा विभाग ने इन जनपदों को कई बार पत्र लिखा, लेकिन स्टीमेट नहीं बनाया गया। जनपदों को सबसे पहले 13 सितंबर को पत्र भेजा था, क्योंकि शासन ने 15 दिनों के भीतर जर्जर स्कूल भवनों की सूची मांगी थी। जनपद के सीईओ व इंजीनियर स्कूल का स्टीमेंट बनाकर शिक्षा विभाग को देंगे, फिर शिक्षा विभाग जर्जर स्कूल भवनों की सूची को विभागीय पोर्टल में अपलोड करेंगे। ताकि शासन राशि जारी करें। शिक्षा विभाग ने इसकी जानकारी कलेक्टर को भी दी है।
Copyright © 2021 Patrika Group. All Rights Reserved.