जहां कई स्कूलों में आज भी चूल्हे से मध्यान्ह भोजन पकाया जाता है वहीं 91 बच्चों की दर्ज संख्या वाले इस स्कूल में गैस सिलेंडर से खाना बनता है। स्कूल किचन गार्डन से ताजी सब्जियां भी मिलती है। बच्चों को सुविधायुक्त वातावरण उपलब्ध कराने स्कूल के शिक्षक कई बार सम्मानित भी हो चुके है।
शिक्षक अमित सिन्हा ने बताया कि इस योजना में सरपंच लेखराम प्रीतम के अलावा ग्रामीणों द्वारा भी सहयोग मिल रहा है। ग्राम पंचायत मद और ग्रामीणों के व्यक्तिगत सहयोग यह सुविधाएं सरकारी स्कूल में उपलब्ध हो पाई है। बच्चों के मानसिक व नैतिक विकास के लिए प्रोजेक्टर, प्रिंटर, कंप्यूटर आदि आधुनिक सुविधाओं के अलावा अध्ययन सामाग्री रखने के लिए लाकर, लाइब्रेरी सहित सीसीटीवी कैमरे की सुविधाएं उपलब्ध है।