तेज रफ्तार वाहन भी मौत का कारण
भले ही राहगीर व मोटरसाइकिल चालक कितनी भी सावधानी से वाहन चलाएं, लेकिन तेज रफ्तार बड़े वाहनों से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। पुलिस विभाग रफ्तार पर ब्रेक लगाने वाहन चालक यूनियन से भी चर्चा कर दिशा निर्देश दिए हैं, फिर भी लगातार हादसे ने सभी को चिंता में डाल दिया है।
जिले में पांच माह में दुर्घटना के आंकड़े
माह - हादसे - मौत - घायल
जनवरी-37-17-38
फरवरी -32-19-25
मार्च -28-12-22
अप्रैल -29-17-18
मई-30-13-37
12 जून तक -9-6-5
कुल-165-84-145
केस-1 : पिता-पुत्री की मौत
5 जून को ग्राम गुदुम के पास माइंस की गाड़ी ने मोटर साइकिल से घर जा रहे पिता-पुत्री को चपेट में ले लिया। दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। घटना के बाद जमकर हंगामा व चक्काजाम भी हुआ था।
केस-2 : एक की हुई मौत
28 मई को ग्राम लाटाबोड़ पेट्रोल पम्प के पास तेज रफ्तार अज्ञात ट्रक ने मोटरसाइकिल चालक तोमेश ठाकुर (25) व साथी रुकम सिंह ठाकुर (32) निवासी सलौनी को टक्कर मार दी। घटना स्थल पर तोमेश की मौत हो गई। वहीं रुकम ठाकुर रायपुर रेफर किया गया था।
केस 3 : घटना स्थल पर ही हो गई मौत
8 जून को मॉर्निंग वाक पर निकले डौंडी बंधियापारा निवासी 57 वर्षीय हृदयराम रावटे को मोटरसाइकिल ने जोरदार टक्कर मार दी। घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई थी।
केस 4 : तेज रफ्तार ट्रैक्टर गड्ढे में गिर गया
12 जून को डौंडीलोहारा ब्लॉक मुख्यालय के पास तेज रफ्तार ट्रैक्टर गड्ढे में गिर गया। चालक की मौके पर ही मौत हो गई व एक गंभीर रुप से घायल हो गया।
अधिकतर मौत सिर में चोट लगने से
यातायात प्रभारी की माने तो सड़क हादसे में अधिकतर मौत सिर में चोट लगने के कारण होती है। शराब के नशे में वाहन चलाना व तेज रफ्तार वाहन चलाना भी हादसे का प्रमुख कारण है। लोग स्कार्फ को हेलमेट न समझें बल्कि हेलमेट लगाकर वाहन चलाएं। यातायात नियमों का पालन करें।
यातायात नियम के तहत वाहन चलाएं
बालोद यातायात प्रभारी डिलेश्वर चंद्रवंशी ने बताया कि समय-समय पर जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाती हैं। लोगों से अपील है कि वाहन धीमी गति से चलाएं व यातायात नियम के तहत वाहन चलाएं।