पीडि़त महिला का 10 माह का बच्चा है। जब मारपीट की घटना के बाद उसे अस्पताल ले जा रहे थे, तो पिता ने बच्चे को अपने पास घर में ही रख लिया। रविवार रात से सोमवार शाम तक अपने दुधमुंहे बच्चे को उससे नहीं मिलाया गया, तो महिला रोने लगी।
पीडि़त महिला के पिता ने बताया कि दो साल पहले ही उनकी बेटी की सगाई हो गई थी। लेकिन बेटी के प्रेमी ने उसके ससुराल में पांच पेज का पत्र भेज दिया, जिसमें उसकी बेटी के बारे में आपत्तिजनक शब्द लिखे गए थे। जिसे पढ़ कर ससुराल वालों ने शादी के ठीक एक माह पहले ही रिश्ता तोड़ दिया। शादी टूटने के बाद प्रेमी ने उसे अपने पास रख लिया। पिता ने कहा कि उसकी बेटी भले ही अनजाने में गलती कर दी, लेकिन वहां बेटी सुरक्षित नहीं है।
पीडि़त महिला व उसके पिता ने अब पुलिस से भी मदद की गुहार लगाई है। पीडि़त महिला ने यह भी कहा कि अगर अब वह अपने पिता के घर चली गई तो उसका प्रेमी उसे अपने पास नहीं रखने की धमकी दे रहा है। पुलिस मामले में उचित कार्रवाई करे, क्योंकि बेटी खतरा महसूस कर रही है। कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।