ठेकेदार को अधिक राशि दिए जाने के कारण हुआ : पूर्व सरपंच
ज्ञात रहे कि कसौंदा के पूर्व सरपंच परमानंद साहू पूर्व में अविश्वास प्रस्ताव से पदमुक्त किए जा चुके हैं। गांव में विकास सहित शौचालय निर्माण में गड़बड़ी को लेकर सरपंच पद के रहते हुए उनकी शिकायत प्रभारी सरपंच रमेश कुमार साहू व उपसरपंच, सभी पंच सहित ग्रामवासी कलक्टर से की थी। मामले में कसौंदा के पूर्व सरपंच परमानंद साहू से संपर्क करने पर कहा कि ठेकेदार को अधिक राशि दिए जाने के कारण यह सब हुआ है। राशि की वसूली की जाएगी।
आरोपी के आवेदन के बाद दोबारा जांच में राशि हो गई आधी
शिकायत के बाद जनपद पंचायत के एससी लहरे ने जांच की थी। जांच में कुल 10 लाख 97 हजार 176 रुपए की रिकवरी निकाली थी। रिकवरी आदेश आने के बाद पूर्व सरपंच परमानंद साहू ने पुन: जांच के लिए आवेदन जनपद पंचायत सीइओ को लगाया था। उसके बाद प्रशासन से ऐसा क्या हुआ कि पुन: जांच में उनकी रिकवरी राशि की वसूली आधी हो गई। उसके बाद पंचायत के पूर्व सरपंच परमानंद को जनपद पंचायत गुंडरदेही से पुन: एक बार रिकवरी आदेश प्राप्त हुआ। इसमें ये जानकारी मिली कि 92 हितग्राहियों का प्रत्येक के हिसाब से 6 हजार की राशि आहरण सरपंच स्वयं किया है। वहीं 5 लाख 52 हजार की राशि गबन में माना गया है।
वसूली नहीं कर पा रहे हैं अधिकारी
प्रशासनिक दृष्टिकोण से दो पंचायत सचिव, एक सरपंच से 5 लाख 52 हजार की वसूली शासन को करने की बात सामने आई है, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण जिले में आचार संहिता लागू है। इस वजह से विभाग के अधिकारी-कर्मचारी चुनाव में व्यवस्त हैं। इसका लाभ लेते हुए आरोपी पूर्व सरपंच परमानंद साहू भी निश्चिंत नजर आ रहे है। माना जा रहा है कि मामले में सरकार का दबाव इतना है कि प्रशासनिक अधिकारियों का रिकवरी करने में पसीना छूट रहा है।
नियम विरूद्ध कराया ठेके से शौचालय निर्माण
इधर पूर्व सरपंच व गबन के आरोपी परमानंद ने बयान में कहा है कि यह काम ठेकेदार के माध्यम से हुआ था, जिसे अधिक पैसा दे दिया गया था, उससे वसूली की जाएगी। ज्ञात रहे कि जबकि स्वच्छ भारत मिशन से बने शौचालय निर्माण को ठेके में देने का कोई नियम नहीं हैं, फिर भी ग्राम पंचायत कसौंदा के पूर्व सरपंच ने ठेका में देकर हितग्राहियों के पैसे में गड़बड़ी की है। प्रभारी सरपंच रमेश साहू का मामले में कहना है कि शासन की योजना का पैसा पूर्व सरपंच द्वारा निकाला गया था उसे हितग्राहियों को दिया जाए, जबकि हितग्राही अपने स्वयं के पैसे से शौचालय निर्माण कराए हैं।
भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई हो
गांव में ऐसी गड़बड़ी को देखते हुए पूर्व सरपंच परमानंद की शिकायत रमेश कुमार साहू, जीवन यादव, आदित्य चंद्राकर, शांति बाई, रेखा बाई, राजकुमारी, पद्मनी साहू, चांदनी साहू, लता ठाकुर, शांति साहू, गुरु नारायण साहू, डोमन लाल सिन्हा ने प्रशासन को शिकायत दर्ज कराकर जांच की मांग की थी। उसके बाद ग्रामीणों के सामने जांच अधिकारी ने 16 अक्टूबर 2018 को बयान लेकर पूरी जानकारी ली, तब जांच में शिकायत सही पाई थी। पर अब तक आरोपी पूर्व सरपंच परमानंद पर कार्रवाई नहीं की जा सकी है। ग्रामीण आरोपी पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
5 लाख 52 हजार की राशि वापस करनी है
गुंडरदेही एसडीएम रामसिंह ठाकुर ने बताया ग्राम पंचायत कसौंदा के पूर्व सरपंच के मामले में शिकायत आई थी। मामले की जांच हो गई है। शासन को 5 लाख 52 हजार की राशि वापस करनी है।
कसौंदा के पूर्व सरपंच से वसूली करनी है
गुंडरदेही जनपद पंचायत के सीईओ शैलेष कुमार भगत ने कहा शिकायत की जांच हो गई है। पुन: जांच के लिए लगाया है। पहली जांच में 10 लाख 97 हजार की रिकवरी आई थी। दोबारा जांच में मिली गड़बड़ी के तहत 5 लाख 52 हजार की राशि कसौंदा के पूर्व सरपंच से वसूली करनी है।
ठेकेदार से राशि वापस मांग कर जमा कराएंगे
ग्राम कसौंदा के पूर्व सरपंच परमानंद साहू ने बताया निर्माण के दौरान धोखे से ठेकेदार को ज्यादा राशि सचिव के द्वारा दे दी गई है। ठेकेदार से वापस मांग कर जमा कराएंगे।