6 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से दिया बीज
पीडि़त किसान ध्रुव राम साहू व कोमल राम साहू ही जैविक पद्धति से ही काले चावल की खेती करते हैं। इनकी मेहनत देखकर कृषि विभाग ने 62 क्विंटल 70 किलो ब्लैक रॉइस का बीज मंगाया था। जिसकी कीमत 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से 3 लाख 76 हजार रुपए होता है। भुगतान उनके खाते में करने की बात कही गई थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं 2021 में भी 2 क्विंटल काले चावल का बीज कांकेर ले जाने कृषि विभाग ने मंगाया, उसका भी भुगतान नहीं किया। किसान ने बताया कि प्रति क्विंटल 6 हजार रुपए की दर से बीज दिया था।
अफसरों की बातों को माना, अब भुगत रहे
पीडि़त किसान ध्रुव राम व कोमल राम ने बताया कि कृषि विभाग की बातों को मानकर हम लंबे समय तक इंतजार करते रहे। लेकिन भुगतान नहीं हुआ तो कृषि अधिकारी से संपर्क किया, फिर भी कुछ नहीं हुआ। आज कल का समय देते रहे। शुक्रवार के दोपहर की स्थिति में एक रुपए खाते में नहीं डाला गया है।
आस्ट्रेलिया तक ब्लैक व रेड राइस की मांग
सनोद के किसान ध्रुव राम साहू व कोमल राम साहू जिले के प्रगतिशील किसान हैं। पांच साल से बिना रासायनिक खाद के उपयोग से खेती कर रहे हैं। इनके उत्पादित ब्लैक व रेड राइस की मांग आस्ट्रेलिया तक है। वहीं ये किसान अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा बने हुए हैं। इन किसानों को विभाग के कारण परेशान होना पड़ रहा है।
ऐसे में जैविक खेती कैसे करेंगे किसान
पीडि़त किसान ने कहा कि किसानों के साथ इस तरह का रवैया रहेगा तो कैसे चलेगा। विभाग किसानों को कहता है कि जैविक कृषि के लिए आगे आएं। जब जैविक कृषि कर रहे हैं तो इस तरह की लेटलतीफी भी ठीक नहीं है। घर में रुपए की जरूरत है। सालभर से राशि भुगतान का इंतजार कर रहे है।
विलंब जरूर हुआ, अब भुगतान करवा रहे हैं
कृषि उप संचालक बालोद नागेश्वर पांडे ने बताया कि किसान से बीज लिया था। सरकारी प्रक्रिया के कारण भुगतान में विलंब जरूर हुआ। लेकिन अब भुगतान शुरू कर दिया है। मुझे लगता है कि शुक्रवार शाम की स्थिति में कुछ राशि डाल दी गई होगी।