कश्मीर में सीमा सुरक्षा सशस्त्र बल जम्मू के सेक्टर 11 में सरहद की सुरक्षा में तैनात दिनेश ठाकुर की शनिवार को पहाड़ी से हिमस्खलन के दौरान बर्फ के चट्टान में दबने से उनकी मौत हो गई थी। उनका पार्थिव शरीर श्रीनगर से हवाई जहाज से रायपुर लाया गया। वहां से एसएसबी के वाहन से सड़क मार्ग से उनका ताबूत दोपहर को बटालियन के जवानों ने ग्राम पैरी लाए। @Patrika.जहां स्कूली बच्चे गांव की सरहद पर अपने भाई के सम्मान में सड़क के दोनों ओर लाइन लगाकर खड़े रहे, वहीं उनके साथी दिनेश की फोटो पोस्टर तैयार कर मुख्य मार्ग पर रखा। जैसे ही पार्थिव शरीर पहुंचा तो बैंडबाजे की धुन के साथ अमर रहे के नारे लगाते बच्चों के साथ पूरा गांव सलामी दी।
जवान का गृह ग्राम पैरी पहुंचा पार्थिव शरीर तो सबसे पहले उनके अंतिम दर्शन के लिए मुख्य मैदान स्कूल के पास बने मंच पर रखा गया। जहां लगाए गए मैदान के पूरे पंडाल में परिजन, ग्रामीणों के साथ स्कूल व कॉलेज के बच्चे, शिक्षक, पुलिस के जवान, जिला प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधियों व राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने बारी-बारी से पुष्पांजलि अर्पित कर सलामी दी। @Patrika. पूरा मैदान भारत माता की जय, वन्दे मातरम् दिनेश अमर रहे के नारों से गूंज रहा था। जवान की अंतिम यात्रा में शामिल होने हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।
जिले के ग्राम पैरी के जवान के शहीद होने की सूचना पर जिला व पुलिस प्रशासन श्रद्धांजलि देने की व्यवस्था में पैरी के सैन्य सेवा संगठन व पंचायत के साथ सोमवार से ही तैयारी में लगे रहे। मंगलवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा, विधायक गुंडरदेही कुंवर सिंह निषाद, पूर्व विधायक विरेंद्र साहू, दयाराम साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय चंद्राकर, @Patrika. जनपद पंचायत गुंडरदेही की अध्यक्ष भानूमति साहू, कांग्रेस जिला अध्यक्ष कृष्णा दुबे, कलक्टर रानू साहू, एसपी एमएल कोटवानी सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी गांव पहुंच कर शहीद दिनेश ठाकुर को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
इस दौरान ग्रामीणों की मांग पर मंत्री अनिला भेडिय़ा ने गांव के माध्यमिक शाला स्कूल का नाम शहीद दिनेश ठाकुर के नाम करने की बात कही।@Patrika. पुष्पांजलि के बाद गांव में स्थित शहीद दिनेश के पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ मातृभूमि सैन्य सेवा संगठन शहीद परिसर लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
संगठन के संरक्षक रमेश भारती व राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक सीताराम श्याम ने बताया अब जल्द ही संगठन द्वारा शहीदों के लिए यहां स्मृति स्थल बनाएंगे। @Patrika.साथ ही जिले के सभी शहीदों की प्रतिमा यहां लगाई जाएगी। इस दौरान पूरे परिसर को तिरंगे से सजाया गया था।
इस दौरान एसएसबी छत्तीसगढ़ के असिस्टेंड कमांडर सावेल ने बताया कि एसएसबी का जवान दिनेश ठाकुर ड्यूटी पर था, तभी बर्फ स्खलन से वे दब गए। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
सुबह से ग्रामीण व जिला, पुलिस प्रशासन अंतिम विदाई की व्यवस्था में जुटे रहे।
तिरंगे से सजा स्थल शहीद परिसर में किए अंतिम संस्कार। @Patrika.
सम्मान में मुख्य मार्ग से श्रद्धांजलि स्थल तक बच्चों ने कतारबद्ध खड़े होकर दी सलामी।
परिजन के साथ जनप्रतिनिधियों ने दी शहीद जवान को कांधा।
लगातार दिनेश अमर रहे, भारत माता की जय और वंदे मातरम् का नारा गुंजरता रहा।