सभी मरी मुर्गियां होनी चाहिए सामने
आवेदन के बाद वन विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंची। संचालक ने एक मरी मुर्गी को टीम के सामने रख दिया, जिसे देख टीम नाराज हो गई। जब एक हजार से अधिक मुर्गियों के मारे जाने की जानकारी दी जा रही है तो मरी मुर्गियां भी सामने होनी चाहिए, ताकि उस हिसाब से जांच कर मुआवजा के लिए कार्रवाई कर सकें। अभी पूरे मामले की जांच चल रही है।
पेड़ पर चढ़ा था तेंदुआ, पोल्ट्री फॉर्म पर गिरा
कर्रेझर में स्थित पोल्ट्री फार्म परमाराम के नाम से है। संचालक परमाराम ने बताया कि 15 जून की रात 10:30 बजे एक तेंदुआ पोल्ट्री फॉर्म ऊपर लगी सीमेंट की सीट को तोड़ते हुए अंदर घुस गया। 1010 मुर्गियों को मार डाला। घटना के कुछ ही घंटे बाद सभी मुर्गियों को निकाल कर फेंक दिया। संचालक ने यह नहीं बताया कि मुर्गियां कहां फेंकी गई है। घटना के दूसरे दिन संचालक ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी। गुरुर वन विभाग ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पशु चिकित्सा विभाग को सूचित कर पोल्ट्री फॉर्म में मरी मुर्गियों के पोस्टमार्टम के लिए पत्र लिखा। शनिवार को दोनों विभाग की टीम घटना स्थल पहुंची।
अधिकारी से करेंगे बात
गुरुर वन परिक्षेत्र अधिकारी जीएल साहू ने बताया कि घटना स्थल में मरी मुर्गियां नहीं मिली। सिर्फ एक मुर्गी मिली है। संचालक ने मरी मुर्गियों की फोटो दिखाई है। समझ नहीं आ रहा है कि किस तरह से आगे की कार्यवाही करेंगे। उच्च अधिकारियों से बात करेंगे।