सील कर दिया है बालोद-कांकेर सीमा
बीते दिनों हुई माओवादी गतिविधियों को देखते हुए कांकेर-बालोद सीमा को सील कर चौबीस घंटे सर्चिंग तेज कर दी गई है। इस बार माओवादी प्रभावित क्षेत्र के मतदान केंद्रों में पैरामिलेट्री फोर्स तैनात किया गया है। सुरक्षा ऐसी रखी गई है कि संवेदनशील मतदान केंद्रों में कोई भी मतदाता बिना जांच के अंदर प्रवेश नहीं कर पाएगा। इवीएम वितरण के लिए संजारी बालोद, गुंडरदेही व डौंडीलोहारा विधानसभा के लिए अलग-अलग वितरण केंद्र बनाए गए हैं। यहां पहले तो इवीएम की जांच की गई उसके बाद ही विधानसभावार वितरण किया गया।
बीते दिनों हुई माओवादी गतिविधियों को देखते हुए कांकेर-बालोद सीमा को सील कर चौबीस घंटे सर्चिंग तेज कर दी गई है। इस बार माओवादी प्रभावित क्षेत्र के मतदान केंद्रों में पैरामिलेट्री फोर्स तैनात किया गया है। सुरक्षा ऐसी रखी गई है कि संवेदनशील मतदान केंद्रों में कोई भी मतदाता बिना जांच के अंदर प्रवेश नहीं कर पाएगा। इवीएम वितरण के लिए संजारी बालोद, गुंडरदेही व डौंडीलोहारा विधानसभा के लिए अलग-अलग वितरण केंद्र बनाए गए हैं। यहां पहले तो इवीएम की जांच की गई उसके बाद ही विधानसभावार वितरण किया गया।
पुलिस विभाग ने जिले के 100 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील माना है। उसी के तहत सुरक्षा की तैयारी की गई है। जानकारी के मुताबिक पुलिस जंगल क्षेत्र के मतदान केन्द्रों में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इसलिए सोमवर से जिले में पैरामिलेट्री की 10 कंपनी और एसएफ की 4 कंपनियों को तैनात कर दिया गया है। वहीं संवेदन व अति संवेदनशील मतदान केंद्र क्षेत्रों में जवान गस्त करते लगातार नजर रखे हुए है।
खास नजर डौंडी, डौंडीलोहारा व गुरुर क्षेत्र के जंगली इलाकों में
धमतरी और कांकेर क्षेत्र में हुए माओवादी हमले के बाद पुलिस सुरक्षा को लेकर चौकन्ना हो गई है। लोकसभा चुनाव कराने तगड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है। पुलिस कांकेर-राजनांदगांव क्षेत्र से लगे हुए बालोद जिले के जंगलों में लगातार सर्चिंग करा रही है, क्योंकि इन इलाकों में समय-समय पर माओवादी गतिविधियां देखी गई है।
धमतरी और कांकेर क्षेत्र में हुए माओवादी हमले के बाद पुलिस सुरक्षा को लेकर चौकन्ना हो गई है। लोकसभा चुनाव कराने तगड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है। पुलिस कांकेर-राजनांदगांव क्षेत्र से लगे हुए बालोद जिले के जंगलों में लगातार सर्चिंग करा रही है, क्योंकि इन इलाकों में समय-समय पर माओवादी गतिविधियां देखी गई है।
वहीं जिले के डौंडीलोहारा, डौंडी व गुरुर क्षेत्र के जंगलों पर खास नजर रखी जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इन क्षेत्रों के लगभग 50 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील माना गया है और मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए पैरामिलेट्री फोर्स तैनात किए गए हैं।
कड़ी जांच सुरक्षा के बाद ही देंगे मतदान केंद्रों में प्रवेश
बता दें कि लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी जांच के बाद ही मतदाता मतदान केंद्र में प्रवेश कर पाएंगे। 50 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील माना गया है। यहां बीएसएफ , एसएफ सहित और भी पैरामिलेट्री फोर्स तैनात किए गए हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी जांच के बाद ही मतदाता मतदान केंद्र में प्रवेश कर पाएंगे। 50 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील माना गया है। यहां बीएसएफ , एसएफ सहित और भी पैरामिलेट्री फोर्स तैनात किए गए हैं।