scriptMade hostel for poor children with his salary, pension and honor money | अपने वेतन, पेंशन और राष्ट्रपति से मिली सम्मान राशि से बनाया गरीब बच्चों को हॉस्टल | Patrika News

अपने वेतन, पेंशन और राष्ट्रपति से मिली सम्मान राशि से बनाया गरीब बच्चों को हॉस्टल

locationबालोदPublished: Mar 18, 2023 11:30:47 pm

अपने वेतन, पेंशन एवं राष्ट्रपति पुरस्कार में मिली सम्मान की राशि से गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए 50 बिस्तर अंकिचन छात्रावास बनाने वाले सेवानिवृत शिक्षक अमृत दास मानिकपुरी का 93 साल की उम्र में शनिवार को निधन हो गया। निधन की खबर बालोद शहर व आसपास के क्षेत्रों में फैली तो शोक की लहर दौड़ पड़ी।

सेवानिवृत्त शिक्षक अमृत दास मानिकपुरी नहीं रहे: 1976 में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार मिला
अपने वेतन, पेंशन और राष्ट्रपति से मिली सम्मान राशि से बनाया गरीब बच्चों को हॉस्टल

अपने वेतन, पेंशन एवं राष्ट्रपति पुरस्कार में मिली सम्मान की राशि से गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए 50 बिस्तर अंकिचन छात्रावास बनाने वाले सेवानिवृत शिक्षक अमृत दास मानिकपुरी का 93 साल की उम्र में शनिवार को निधन हो गया। निधन की खबर बालोद शहर व आसपास के क्षेत्रों में फैली तो शोक की लहर दौड़ पड़ी।बालोद. अपने वेतन, पेंशन एवं राष्ट्रपति पुरस्कार में मिली सम्मान की राशि से गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए 50 बिस्तर अंकिचन छात्रावास बनाने वाले सेवानिवृत शिक्षक अमृत दास मानिकपुरी का 93 साल की उम्र में शनिवार को निधन हो गया। निधन की खबर बालोद शहर व आसपास के क्षेत्रों में फैली तो शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके पार्थिव शरीर को अंमित दर्शन के लिए निवास पर रखा गया। दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार स्थानीय मुक्तिधाम में किया गया। लोगों ने इस अंतिम यात्रा में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी। अमृतदास की सेवा को शायद ही कोई भूल पाएगा। नेक व बेहतर कार्य के लिए सन 1976 में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जिनको पढ़ाया वह कलेक्टर बने, कोई पुलिस अधिकारी तो कोई अन्य अधिकारी बने।

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