नए राशनकार्ड मिलने के बाद लोगों को जानकारी हो रही है कि पुराने राशनकार्ड के अनुसार उनके परिवार के अन्य सभी सदस्यों के नाम नए राशनकार्ड में दर्ज नहीं है। उनके सदस्यों के नाम विलोपित कर दिए गए हैं। ऐसे में उनके परिवार को एक सदस्य के आधार पर मात्र 10 किलो राशन ही मिलेगा। सत्यापन के बाद नए राशनकार्ड का वितरण जैसे ही शुरू हुआ राशन कार्डधारियों का गुस्सा फूट पड़ा। एक ऐसे ही पुरुष हितग्राही ने बताया कि, राशनकार्ड में उनके नाम के आगे उनका Gender महिला लिखा गया है। राशनकार्ड की गलती को सुधारने शिविर स्थल पर उन्हें बताया गया कि एक बार फिर आवेदन करना होगा।
हितग्राही के लाए फोटो को चिपकाकर सत्यापित करने वाली नगरपालिका की सील के बगैर नया राशनकार्ड का वितरण किया गया है। हितग्राहियों को पालिका कार्यालय आकर सील लगाने कहा गया है।
राशनकार्ड में सरकार को केवल मुख्यमंत्री और खाद्य मंत्री की फोटो लगानी थी इसीलिए नवीनीकरण की प्रक्रिया की गई। नए राशनकार्ड के जरिए निकाय चुनाव जीतने की मंशा रखने वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री और खाद्य मंत्री की फोटो तो छपवा ली पर हितग्राहियों की फोटो लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
नए राशनकार्ड वितरण शिविर में नगरपालिका के कर्मचारी बगैर मुखिया के फोटो वाले राशनकार्ड लेकर पहुंचे। हितग्राही आते रहे और कर्मचारी उन्हें उल्टे पैर फोटो के लिए वापस लौटाते रहे। फोटो लाने पर उन्हें शिविर स्थल पर ही लाए हुए फोटो को चिपकाकर राशनकार्ड का वितरण किया गया।