बालोदPublished: Sep 02, 2023 10:38:05 pm
Chandra Kishor Deshmukh
balod patrika बालोद जिले में सूख रही फसलों को बचाने के लिए सभी जलाशय से पानी छोड़ा गया है। जिन किसानों के खेतों में नहर का पानी जा रहा है, वहां की फसलें लहलहा रही हैं। लेकिन जिले में कई ऐसे भी गांव हैं, जहां जलाशयों का पानी नहीं पहुंच पाता। ऐसे में इस गांव के लोग निजी बोर के भरोसे सिंचाई करते हैं।
बालोद. जिले में सूख रही फसलों को बचाने के लिए सभी जलाशय से पानी छोड़ा गया है। जिन किसानों के खेतों में नहर का पानी जा रहा है, वहां की फसलें लहलहा रही हैं। लेकिन जिले में कई ऐसे भी गांव हैं, जहां जलाशयों का पानी नहीं पहुंच पाता। ऐसे में इस गांव के लोग निजी बोर के भरोसे सिंचाई करते हैं। पर जहां बोर से भी सिंचाई नहीं हो रही, वहां की फसलें अब सूखने की स्थिति में आ गई हैं। खेतों में दरारें पड़ गई हैं। ऐसी ही स्थिति जिले के ग्राम कुरदी की है, जहां खेतों में अब दरार पडऩे लगी है व फसल सूखने की स्थिति में है। यहां किसानों की चिंता यह है कि अगर बारिश नहीं हुई तो फसल सूखना तय है। हर हाल में फसल को बचाने पानी की जरूरत है।