बालोदPublished: May 12, 2023 11:18:00 pm
Chandra Kishor Deshmukh
बालोद को जिला बने दस साल हो गए हैं। जिला अस्पताल में कई सुविधाएं शासन ने उपलब्ध करा दी है, लेकिन वर्तमान में सीटी स्कैन मशीन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है, जो आज तक नहीं लगा पाए हैं। सीटी स्कैन कराने निजी सेंटरों या फिर दुर्ग, भिलाई, धमतरी जैसे शहरों में जाना पड़ता है। वहीं निजी सेंटरों में महंगे दाम पर सीटी स्कैन कराने की मजबूरी है।
बालोद. बालोद को जिला बने दस साल हो गए हैं। जिला अस्पताल में कई सुविधाएं शासन ने उपलब्ध करा दी है, लेकिन वर्तमान में सीटी स्कैन मशीन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है, जो आज तक नहीं लगा पाए हैं। सीटी स्कैन कराने निजी सेंटरों या फिर दुर्ग, भिलाई, धमतरी जैसे शहरों में जाना पड़ता है। वहीं निजी सेंटरों में महंगे दाम पर सीटी स्कैन कराने की मजबूरी है। कोरोना काल से जोर शोर से सीटी स्कैन की सुविधा जिला अस्पताल में उपलब्ध कराने की मांग चल रही थी, लेकिन शासन से आज तक नहीं मिली। अब फिर इसकी मांग शुरू हो गई है। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि शासन भी प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीन देना चाह रही है। अभी तक पहल शुरू नहीं हुई है।