आधे-अधूरे सेटअप के भरोसे इस साल भी सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में होगी पढ़ाई
बगैर पुस्तक और पर्याप्त शिक्षकों के अभाव में शासन द्वारा संचालित सीबीएसई पैटर्न इंग्लिश मीडियम स्कूल पिछले सत्र के चार शिक्षकों के भरोसे चलाया जा रहा है। इस स्कूल में स्वीपर व प्यून अब तक पदस्थ नहीं किया जा सका है।

बालोद/डौंडी @ patrika . बगैर पुस्तक और पर्याप्त शिक्षकों के अभाव में शासन द्वारा संचालित सीबीएसई पैटर्न इंग्लिश मीडियम स्कूल पिछले सत्र के चार शिक्षकों के भरोसे चलाया जा रहा है। इस स्कूल में स्वीपर व प्यून अब तक पदस्थ नहीं किया जा सका है। स्कूल में पेयजल की गंभीर समस्या है। यहां के बच्चे मध्यान्ह भोजन करने पुराना हिंदी स्कूल जाते है। ऐसे में इंग्लिश मीडियम का अध्यापन शासन के उद्देश्य से भटकता नजर आ रहा है।
पाठ्य सामग्री और शिक्षकों की व्यवस्था नहीं
गौरतलब है कि प्राइवेट स्कूलों व शासकीय स्कूलों के मध्य इंग्लिश मीडियम अध्यापन की खाई को पाटने स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सीबीएसई पैटर्न इंग्लिश मीडियम स्कूल आदिवासी ब्लॉक मुख्यालय डौंडी में पिछले सत्र से शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य सभी वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा उपलब्ध कराना है। किन्तु यहां पर्याप्त मात्रा में पाठ्य सामग्री और शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होने आदि समस्याओं से उद्देश्य की पूॢत नहीं हो पा रही है।
प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला को किया था मर्ज
बता दें कि बाजार चौक स्थित पुराने खंडहर स्कूल को मरम्मत कराकर पिछले सत्र से शासकीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला इंग्लिश मीडियम में मर्ज किया गया है। स्कूल संचालन से पूर्व प्रायमरी स्कूल से दो एवं मिडिल स्कूल से पांच शिक्षकों को अध्यापन के लिए ट्रेंनिग दी गई थी।
होनहार बच्चों का प्रवेश
जब स्कूल शुरू हुआ तो एक शिक्षक प्रायमरी व तीन शिक्षक मिडिल क्लास के लिए पदस्थ किया गया। शिक्षा विभाग ने उस समय कहा था कि अभी केवल पहली और छठवीं कक्षा के होनहार बच्चों का प्रवेश देकर अध्यापन कराया जाएगा। यह प्रवेश प्रक्रिया हर वर्ष ऐसा ही नियम से चलता रहेगा। जब प्रायमरी के बच्चे दूसरी व छठवीं के बच्चे सातवी क्लास में प्रवेश होंगे और क्लास में आगे जैसे-जैसे प्रवेश होते रहेंगे वैसे-वैसे शिक्षकों का पदस्थापना किया जाएगा।
दूसरी व 7वीं के बच्चों को नहीं मिली पुस्तक
पिछले सत्र पहली के 17 बच्चे दूसरी में और छठवीं के 14 में से 11 बच्चे सातवीं कक्षा में प्रवेश कर गए हैं। लेकिन इस सत्र से ना ही शिक्षकों की पदस्थापना की गई है और ना ही दूसरी व सातवीं कक्षा की पुस्तकें बच्चों को उपलब्ध कराई गई है। जिसके चलते इस इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चों का अध्यापन अंधकारमय लग रहा है। सेटअप के अनुसार यहां प्रायमरी व मिडिल में अभी एक शिक्षक भर्ती व प्यून की भर्ती की आवश्यकता हैं।
विभाग को कराया गया अवगत
प्रधान पाठक ने बताया कि शासन द्वारा संचालित इंग्लिश मीडियम स्कूल डौंडी की समस्याओं से शिक्षा विभाग को अवगत कराया जा चुका है। जल्द ही पहल की उम्मीद है।
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