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पैरों पर गिरी टहनी, इलाज में सब गंवाया, फिर भी खाट में जीवन

locationबालोदPublished: Apr 25, 2018 01:08:19 am

गांव के पीपल के काटते पेड़ को देखने क्या गया परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। हंसता-खेलता परिवार जिंदगी गुजर-बसर के लिए मोहताज हो गया।

Life in the cot

बालोद . गांव में पीपल के काटते पेड़ को देखने के लिए गया था, इस दौरान उसे पता नहीं था कि कोई मुसीबत आने वाली है। पेड़ की एक शाखा ने उसके हंसते-खेलते परिवार की जिंदगी दुखों से भर दी। दोनों पैर टूट गए जिसके इलाज के लिए जमीन और जेवर बेचकर अब तक लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं, पर अब भी खाट में ही जिंदगी गुजर रही है।

जमीन और जेवर भी बेच दिए
ये आंखों में आंसू ला देने वाली कहानी ग्राम मटिया(पी) निवासी 42 वर्षीय रघुनंदन नेताम की है। वह लगभग 7 माह से खाट पर ही जीवन-बसर कर रहा है। इलाज के लिए कर्ज लिया, जमीन बेचे, जेवर भी गंवा दिए पर पति का पैर ठीक नहीं होने से अब वह टूट सी गई है।

नहीं उठ पा रहा खाट से
आंखों में आंसू भरकर रघुनंदन ने कहा इस उम्र में मुझे अपने बच्चों का सहारा बनाना था, लेकिन विडंबना है कि 7 माह से खाट से उठ नहीं पा रहा हूं। बेटियों को अच्छी शिक्षा दिलाने उनकी परवरिश के लिए मजदूरी कर जीवन-बसर करने वाले रघुनंदन का सपना टूटते नजर आ रहा है। एक घटना ने परिवार को बेसहारा कर दिया है। इलाज के लिए पैसे इक_ा करने परेशान हैं।

पैसे की कमी के कारण हॉस्पिटल से ला लिए घर
जानकारी दी कि रघुनंदन के टूटे पैरों का इलाज वर्तमान में रायपुर के नारायणा हॉस्पिटल में चल रहा था। पर पैसे की कमी के कारण उसे हॉस्पिटल से घर ला दिया गया है। लगभग 7 माह के इलाज में 5 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हो गए हैं, पर भी रघुनंदन ठीक नहीं हो पाया है। आगे के इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। पत्नी ने बताया वे अपने सारे जेवर बेच दिए, जमीन बेच दी है।

अब तक 5 लाख हो गए खर्च, पर सुधार कुछ नहीं
रघुनंदन की पत्नी रमहोतीन ने बताया 7 माह पहले ग्राम के बाजार के पास पीपल पेड़ की कटाई चल रही थी, जिसे देखने के लिए वह गए थे, पर अचानक पेड़ की एक शाखा टूट कर सीधे रघुनंदन के पैर में गिरा जिससे उसके दोनों पैर टूट गए। रघुनंदन ही पूरे घर का पालक था, पर घटना ने परिवार चलाने की जिम्मेदारी पत्नी पर डाल दी है। पत्नी रमहोतीन गांव के आंगनबड़ी में सहायिका हैं। दो बेटी व एक बेटे के साथ पति के इलाज का खर्च उठाने में अक्षण हैं, फिर भी जैसे-तैसे जीवन-बसर कर रही हैं।

शासन-प्रशासन व समाज सेवियों से गुहार
पत्नी रमहोतीन ने शासन-प्रशासन व लोगों से गुहार लगा रही है कि उनके पति के इलाज के लिए सहयोग करें। ज्ञात रहे कि रघुनंदन के दोनों पैरों का ऑपरेशन किया गया है, जिसमें एक पैर ठीक होने की स्थिति में है लेकिन दूसरे पैर का और इलाज कराने की जरूरत है, लेकिन पैसे नहीं होने से हम टूटने की स्थिति में हैं। हम शासन-प्रशासन से उम्मीद लगा रहे हैं कि उनकी तकलीफ समझे और इलाज में सहायता करे।

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