हितग्राही हिमेश ने बताया कि हर माह राशन में नमक भी लाते हैं, लेकिन एक भी माह नमक में इस तरह की शिकायत नहीं मिली। यह पहली बार है जब नमक का रंग भी मटमैला है। इसमें रेत एवं कंकड़ निकल रहा है। इस कंकडय़ुक्त नमक ने रसोई का स्वाद भी बिगाड़ दिया है। हितग्राहियों ने अगले माह से गुणवत्तायुक्त अमृत नमक दिलाने की मांग की है।
हितग्राहियों ने बताया कि इस माह मिले नमक का उपयोग किया गया तो सब्जी में रेत व कंकड़ का आभास हुआ। इसके बाद उसे दूसरे दिन उपयोग से पहले नमक को एक बर्तन में पानी में घोला गया, जिसमें बड़ी मात्रा में काले रंग के कंकड़ व रेत भी निकले। नमक तो घुल गया, लेकिन रेत व कंकड़ रह गया। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है।
इस माह जब राशन का वितरण शुरू हुआ तो शक्कर व मिट्टी तेल को अधिक दामों पर बेचने की शिकायत मिली। इस शिकायत के बाद खाद्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने विभिन्न जगहों पर कार्रवाई भी की। जिले के ग्राम मनौद में तो कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग ने राशन दुकान संचालक व सेल्समैन के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया।
जिले के खाद्य विभाग ने शासन के निर्देश पर एक साथ दो माह का राशन वितरण किया, जिससे हितग्राहियों को बड़ी राहत मिली है। विभाग ने जिले के एक लाख 59 हजार से ज्यादा हितग्राहियों के साथ ही कई ऐसे लोग हैं, जिसके पास राशन कार्ड नहीं है और खेत भी नहीं है, उन्हें भी राहत दिलाई।