हर साल मालवाहक में यात्री ढोने और हादसे की घटनाएं होती हैं। बावजूद लोग मालवाहकों का उपयोग यात्री ढोने में कर रहे हैं। वे वाहन चालक की लापरवाही से दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। बीते 9 माह में ही सड़क दुर्घटना में 96 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
तीन साल पहले ही शादी सीजन में मेटाडोर में चौथिया जा रहे 80 लोगों से भरी मेटाडोर अनियंत्रित होकर पलटने से 11 लोगों की मौत हुई थी। 30 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसी तरह दो साल पहले ही नवरात्र में सिया देवी से वापस आ रहा पिकअप ग्राम तालगांव मोड़ के पास पलट गया था, जिसमें 10 लोग घायल हुए थे।
शादी सीजन में सबसे ज्यादा मालवाहकों का उपयोग किया जाता है। आर्थिक रूप से कमजोर लोग शादी सीजन में बारात, चौथिया लेे जाने ट्रैक्टर, मेटाडोर, पिकअप का उपयोग करते और अक्सर इसी सीजन में अधिक घटनाएं होती हैं। इसके अलावा लोग कहीं घूमने जाने के लिए भी इसे सस्ता व सुंदर उपाय मानते हैं।
यातायात विभाग के मुताबिक़ अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं शराब के नशे में हुई हैं तो बिना हेलमेट वाहन चलाने से सिर में चोट लगने के कारण मौत भी हुई है। बता दें कि वाहन चालकों को समय-समय पर जागरूक करने अभियान भी चलाया जाता है और उन्हें ह ैहेलमेट पहनने कहा जाता है। वाहन सामान्य गति से चलाने और शराब के नशे में वाहन नहीं चलाने की भी समझाइश दी जाती है। फिर भी वाहन चालक नहीं मानते है।
माह-दुर्घटना-मौत-घायल
जनवरी-40-19-29
फरवरी-26-17-21
मार्च-24-07-22
अप्रैल-58-08-86
मई-21-09-11
जून-24-14-18
जुलाई-29-10-55
अगस्त-24-11-22
कुल-246-96-264 लोगों को सचेत कर रहे, फिर भी नहीं मानते
इधर यातायात प्रभारी सत्यकला रामटेके ने बताया कि नियम विरुद्ध वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई लगातार जारी है। लोगों को पहले समझाइश भी दी जाती है। फिर भी नियम विरुद्ध वाहन चलाए तो वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। यातायात पुलिस शुरू से ही लोगों को जागरूक कर रही है। मालवाहकों में सवारी न ढोएं, शराब के नशे में वाहन न चलाएं फिर भी लोग सचेत नहीं हो रहे।