पहला मामला बालोद थाना अंतर्गत है, जहां एक ग्रामीण को उनके ही दोस्त ने ठगी का शिकार बना दिया। दोस्त के झांसे में आकर ग्रामीण अपने बेटे को मंत्रालय रायपुर में चपरासी की नौकरी लगाने के नाम पर उनके दोस्त को एक लाख रुपए दे दिए, पर आज तक नौकरी नहीं लग पाई। शिकायतकर्ता ने जनता दरबार में पुलिस को बताया यह मामला 22 अगस्त 2017 का है, जहां उनके दोस्त ने उसे कहा कि मंत्रालय में उनके पहचान का है। आपके बेटे को वहां पर चपरासी की नौकरी दिला सकता हूं। इसके लिए एक लाख रुपए लगेगा। फिर तो उनके झांसे में आकर दो किस्त में 10-50 हजार कुल 60 हजार रुपए दे दिए और कहा एक माह बाद आपके बेटे की नौकरी लग जाएगी, पर आज तक नौकरी नहीं लगा पाया। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके पास दिए रुपए को मांगने जाओ तो नहीं देते की बात कहते हुए धमकी भी देता है कि कुछ भी कर लो। इस कारण शिकायत कर रहे हैं।
जनता दरबार में आए दूसरे मामले में एक दलाल ने सीआईएसएफ में नौकरी लगाने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी कर दी। यह मामला जिले के रनचिराई थाने का है जहां शिकायतकर्ता ने बताया कि 16 नवम्बर 2016 को डौंडीलोहारा क्षेत्र के एक दलाल ने उसे ऊंची पहुंच बताकर सीआईएसएफ में नौकरी दिला दुंगा की बात कहकर पैसे मांगे थे। फिर नवम्बर 2016 में 50 हजार व जनवरी 2017 में 50 हजार कुल एक लाख रुपए मांगे जिसे दे दिए, पर आज तक नौकरी नहीं लगा पाया। पैसे भी वापस नहीं कर रहा है।
तीसरे मामले में एक व्यक्ति ने पुलिस अधिकारियों से जान-पहचान व पहुंच बताकर 27 साल के युवक के साथ नौकरी लगाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए की ठगी कर दी। यह मामला बालोद थाना क्षेत्र का है जहां 29 अप्रैल 2013 को युवक से एक व्यक्ति ने पुलिस अधिकारी से ऊंची पहुंच बताकर जिला पुलिस में नौकरी लगा देने की बात कही थी और डेढ़ लाख रुपए की मांग की। युवक ने बताया जिला पुलिस में नौकरी लगाने के लिए डेढ़ लाख रुपए दलाल को दे दिया, पर आज तक नौकरी नहीं लगा पाई। न ही रुपए वापस किए। युवक ने उसके बाद ठगी करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कराने शिकायत पुलिस से की। बता दें कि इस साल अब तक आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
इधर बालोद पुलिस ने अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति बड़े अधिकारी, मंत्री का पहुंच दिखाकर नौकरी दिलाने की बात करते हैं, तो उनके झांसे में न आएं। इसकी शिकायत थाने में करें। किसी अखबार या मोबाइल फोन से नौकरी का विज्ञापन आता है तो संभलकर रहें। पहले अच्छी तरह से जांच पड़ताल करें, फिर आवेदन करें। अगर प्रोसेसिंग चार्ज की बात कहकर रुपए मांगे तो न दें, पुलिस ने कहा अगर कोई व्यक्ति किसी मंत्री बड़े अधिकारी के साथ फोटो खींचाकर दिखाएं कि वह बड़े मंत्री अधिकारी से अच्छा पहचान बताकर नौकरी दिलाने की बात कहे, तो कभी उनके झांसे में न आएं। अपनी मेहनत और योग्यता पर भरोसा रखें और प्रयास करते रहें, सफलता जरूर मिलेगी। किस व्यक्ति पर नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की शिकायत करने के बाद शिकायत वापस न लें। पुलिस को मामले पर कार्रवाई करने दें। अक्सर देखा जाता है कि शिकायत करने के बाद राजीनामा होकर शिकायत वापस ले लेते हैं फिर भी दिए रुपए वापस नहीं करते, तो फिर शिकायत करते हैं।
इस मामले पर एएसपी जेआर ठाकुर ने बताया शिकायतों पर तत्काल जांच की जा रही है। मामले में दोषियों पर कार्यवाही भी की जा रही है। साथ ही लोगों को अपील भी कर रहे हैं कि इस तरह की ठगी से बचें। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दें।