बालोदPublished: Dec 02, 2022 10:26:02 pm
Chandra Kishor Deshmukh
बालोद जिले में नाबालिग बच्चों, किशोरों के गुम होने और अपहरण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले में औसतन हर महीने नाबालिग लापता हो रहे हैं। हालांकि ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस की मेहनत से इस साल 425 से ज्यादा परिवारों की खुशियां लौटी। पुलिस ने उनके गुम हुए बेटे बेटियों व अन्य लोगों को सौपकर उनके चेहरे में मुस्कान ला दी है।
बालोद. जिले में नाबालिग बच्चों, किशोरों के गुम होने और अपहरण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले में औसतन हर महीने नाबालिग लापता हो रहे हैं। हालांकि ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस की मेहनत से इस साल 425 से ज्यादा परिवारों की खुशियां लौटी। पुलिस ने उनके गुम हुए बेटे बेटियों व अन्य लोगों को सौपकर उनके चेहरे में मुस्कान ला दी है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल जनवरी से नवंबर तक 425 गुम इंसानों को ढूंढ कर उनके परिवार से मिलाया है। जिसमें 4 बालक व 54 बालिकाएं भी शामिल है। जब ये गुम हुए बच्चे अपने मां बाप व परिजनों से मिले तो आंख से खुशी के आंसू छलक पड़े। बरामद किए गए गुम इंसानों में अधिकतर गुम इंसान प्रेम प्रसंग के चलते घर छोड़कर चले गए थे। वही कुछ मां-पिता की बातों से नाराज होकर। पुलिस बचे हुए 29 गुम इंसानों कि तलाश में जुट गई है।