जानकारी के मुताबिक शासन से चिप्स को जिले के एक लाख 74 हजार घरों में जाने का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के मुकाबले अबतक विभाग ने 70 हजार घरों का सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब तक तीन हजार दिव्यांगों की पहचान कर ली गई है। अभी यह सर्वे और जारी रहेगा।
पुराने आंकड़े के मुताबिक जिले में कुल चार हजार 908 दिव्यांग है। जिसमें सबसे ज्यादा दिव्यांग डौंडीलोहारा ब्लॉक में हैं। यहां 1168 दिव्यांग है। वहीं बालोद ब्लॅाक में 1123 दिव्यांग, गुंडरदेही ब्लॉक में 1071, गुरुर में 837 और डौंडी ब्लॉक में 709 दिव्यांग शामिल हैं।
समाज कल्याण विभाग के मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा दिव्यांग अस्थिबाधित है। जिले में 3529 दिव्यांग अस्थि बाधित और 492 नेत्र बाधित है। 258 दिव्यांग श्रवण बाधित और 629 मानसिक रोगी है।
बता दें कि समाज कल्याण विभाग के पास जो सूची है वह विभागीय है। अभी भी कई दिव्यांगों को शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। रोजाना ग्राम और जनपद पंचायत से लेकर समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। हर सप्ताह आयोजित जनदर्शन में भी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए कलक्टोरेट पहुंचते है।
समाज कल्याण विभाग द्वारा 24 जनवरी को जिला स्तरीय दिव्यांग सम्मलेन का आयोजन टॅाउनहाल में किया जा रहा है। इस दिन 100 दिव्यांगों को बैटरीचलित ट्राइसिकल दी जाएगी। 452 दिव्यांगों को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। विभाग की ओर से आयोजन की तैयारी की जा रही है।