scriptimpactful news : विद्यार्थियों में शिक्षा का स्तर परखने रुचि नहीं दिखा रहे अधिकारी | Quality of education | Patrika News

impactful news : विद्यार्थियों में शिक्षा का स्तर परखने रुचि नहीं दिखा रहे अधिकारी

locationबालोदPublished: Jan 23, 2018 12:15:04 am

शिक्षा गुणवत्ता अभियान से कमजोरियां दूर करने की योजना स्कूलों में ठप होते दिखाई दे रही है। अधिकांश स्कूलों तक अधिकारी अब तक नहीं पहुंचे।

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बालोद . जिले के स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता अभियान से कमजोरियां दूर करने की योजना ठप होते दिखाई दे रही है। जिले के जिन 319 स्कूलों तक पहुंच कर शिक्षा का स्तर जांचना था वहां तक पहुंचने में जिम्मेदारों ने रूचि ही नहीं दिखाई। अब केवल तीन दिनों में 225 स्कूलों तक अधिकारी कैसे पहुंच पाएंगे।
सुस्त नजर आ रहे हैं अधिकारी
ज्ञात रहे जिन जिम्मेदार अधिकारियों को स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है वही अधिकारी सुस्त नजर आ रहे हैं। जिम्मेदार प्रदेश व जिलास्तर के अधिकारी ही जिले के फोकस शालाओं में छात्र-छात्राओं में शिक्षा का स्तर कितना है इसे परखने कोई रूचि नहीं ले रहे हंै। कहा जाए कि जिन अधिकारियों ने कमजोर स्कूल की स्थिति बदलने की जिम्मेदारी ली है वही स्कूलों से दूर नजर आ रहे हैं।
तीन दिनों में 225 स्कूलों का परखना है गुणवत्ता
जिले के स्कूलों में प्रदेश सरकार द्वार शिक्षा के स्तर को सुधारने चलाए जा रहे शिक्षा गुणवत्ता अभियान के द्वितीय अकादमिक निरीक्षण धीमी गति से चल रही है। इस वजह से अब मात्र तीन दिनों में ही जिले के बचे 225 फोकस स्कूलों में यह अभियान चलाना है, क्योंकि विगत 12 दिनों में अब तक सिर्फ 94 फोकस स्कूलों में ही अकादमिक निरीक्षण किया गया है।
12 दिन में मात्र 94 स्कूलों का किया निरीक्षण
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में 319 फोकस स्कूलों में यह अभियान चलाए जाने हैं, पर जिले में यह अभियान एकदम ही धीमी चल रही है। जिले में 10 से 25 जनवरी तक अभियान चलाना है, पर अभी तक मात्र 94 स्कूल में ही अकादमिक निरीक्षण हुआ है और अब मात्र तीन दिनों में बचे 225 स्कूलों में अकादमिक निरीक्षण के लिए पहुंचना है। शिक्षा विभाग भी बता नहीं पा रहा है कि अब तक अधिकारी कब आएंगे, बचे तीन दोनों में सभी स्कूलों में अकादमिक निरक्षण पूरी कर लेने की चुनौती है।
राज्य से 35, तो जिले से 140 अधिकारियों को पहुंचना है स्कूल
जानकारी के मुताबिक इस बार इस गुणवत्ता अभियान में 319 फोकस शालाओं में गुणवत्ता अभियान चलाया जाना है, जिसमें राज्य स्तर के 35 अधिकारियों को आना है, तो जिला स्तर से 140 अधिकारी स्कूलों में बच्चों से सवाल पूछेंगे। जानकारी के मुताबिक अधिकारी बच्चों से दिसंबर तक के कोर्स से संबंधित ही प्रश्न पूछना है।
15 बिंदुओं में से आठ में अव्वल, 4 में स्थिति गंभीर है स्कूलों की
जानकारी के मुताबिक राज्य शिक्षा विभाग द्वारा जारी शिक्षा गुणवत्ता की रिपोर्ट में बालोद जिला 15 बिन्दुओं में 8 बिन्दुओं पर प्रथम रहे, तो दो बिन्दुओं में दूसरा स्थान तथा चार बिन्दुओं में पिछड़ गए। जिले को 15 बिन्दुओं में शाला में सीखने का वातावरण के बिंदुओं पर सत्ताइसवां स्थान मिला है, तो शालाओं को अकादमिक समर्थन के मामले पर छब्बीसवां स्थान है। स्कूलों में शाला विकास योजना के मामले पर भी छब्बीसवां स्थान व बच्चों को समूह में एक-दूसरे से सीखने के मामले पर राज्य में तेइसवें स्थान पर है। इन्हीं बिन्दुओं पर सुधार लाने यह अभियान चलाया जा रहा है।
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