घर की महिलाओं ने भी इसका विरोध करने के बजाय दिया साथ
यह मामला बालोद थाना क्षेत्र के गांव का है। पुलिस के अनुसार खरीदार पड़ौसी है। दो साल पहले जब बच्ची का पिता कर्ज नहीं चुका पाया तब उसने कहा कि कर्ज के रुपए मत दो, अपनी बेटी दे दो। ताज्जुब यह है कि घर की महिलाओं ने भी इसका विरोध करने के बजाय साथ दिया। महिला कमांडो की सूचना पर पुलिस ने बच्ची के पिता, उसके खरीदार व उसका बेटा सहित दोनों परिवार की तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
युवती को नहीं पता था वो बेच दी गई है
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला बीते दो साल से चल रहा है। जहां दो साल पहले नाबालिग युवती (13) के पिता को रुपए की जरूरत थी, तो उसने अपने पड़ोसी से 20 हजार रुपए उधार मांगे। जब रुपए देने की बारी आई तो उसके बदले बेटी को आरोपी सुलपाल नेताम को बेच दिया। सुकपाल ने पैसे के बदले लड़की को अपने बेटे सीताराम की पत्नी बनाने की बात कही और उसे अपने रख पर रख लिया। लगभग दो साल तक युवती पिता के घर से आना-जाना कर रही थी।
ज्यादती में तीन महिलाओं ने दिया साथ
हाल ही में 15 दिनों पहले युवती को लड़के के घर वाले स्थायी रूप से अपने घर ले गया। जहां लड़की को लड़के के कमरे में जबरदस्ती भेज दिया गया। इस दौरान आरोपी सीताराम उसका शारीरिक शोषण करता रहा। इसमें लड़के के पिता के साथ घर की तीन महिलाओं ने भी साथ दिया। जब युवती ने इसका विरोध किया तो युवक ने उसे बताया कि उसके पिता ने उसे 20 हजार रुपए में बेचा है।
महिला कमांडो को बताई पीड़ा, पुलिस ने किया मामला उजागर
बेचने की जानकारी जब युवती को हुई, तो हिम्मत कर उसने इसकी जानकारी दस दिन पहले ही महिला कमांडो को दी। महिला कमांडो ने जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की जांच की। इसमें लड़की के पिता ने 20 हजार रुपए में उसे बेचने की बात सामने आई। यह खुलासा एएसपी जेआर ठाकुर ने मीडिया के सामने किया। पुलिस की मानें तो इस तरह की जिले में पहली घटना है। आरोपियों पर धारा 370(क), 370(4), 376(2), 506 बी, 34 लगाकर जेल भेज दिया गया है।
ये हैं आरोपी
आरोपी लड़का सीताराम (21), सुकपाल (32) लड़की को खरीदने वाला, 50 वर्षीय लड़की के पिता, केंदलहिन बाई (50), नरेशिन बाई (50) व जकलिन बाई (32).
आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
एएसपी जेआर ठाकुर ने बताया नाबालिग युवती के पिता द्वारा अपनी बेटी को 20 हजार रुपए में बेचने की जानकारी मिली थी, जिस पर जांच की गई। मामला सही पाया गया। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।