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किसानों की जमीन पर बनाई जा रही सड़क, जांच में राजस्व अमले ने किया खुलासा

locationबालोदPublished: Feb 14, 2019 12:07:19 am

गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम परसाही से बटरेल तक 13 करोड़ की लागत से बनाई जा रही सड़क में पीडब्ल्यूडी विभाग की मनमानी के खिलाफ जब किसान सड़क पर उतरने की तैयारी में थे, तब जाकर जिला प्रशासन के अधिकारी मांमले की जांच में पहुंचे।

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किसानों की जमीन पर बनाई जा रही सड़क, जांच में राजस्व अमले ने किया खुलासा

बालोद @ patrika . गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम परसाही से बटरेल तक 13 करोड़ की लागत से बनाई जा रही सड़क में पीडब्ल्यूडी विभाग की मनमानी के खिलाफ जब किसान सड़क पर उतरने की तैयारी में थे, तब जाकर जिला प्रशासन के अधिकारी मांमले की जांच में पहुंचे। पर इस दौरान निर्माण कराने वाले पीडब्ल्यूडी के अधिकारी गायब रहे।

पत्रिका में खबर प्रकाशन के बाद की नाप-जोख
@ patrika . किसानों की जमीन पर बिना किसी राय व अनुमति के सड़क निर्माण मामले को लेकर पत्रिका ने लगातार खबरें प्रकाशित की जिसमें पीडब्ल्यूडी की ज्यादती को बताया गया तब जाकर विभाग के अधिकारी बुधवार को राजस्व अमले के साथ ग्राम बटरेल पहुंचे और टीम ने सड़क निर्माण की जमीन को नापा। @ patrika .यहां जांच के बाद अधिकारियों ने खुलासा किया कि किसानों की जमीन पर सड़क बनाई जा रही है। यहां पर ताज्जुब की बात ये है कि मामले की जांच के दौरान पीडब्ल्यूडी के बड़े अधिकारी गायब रहे।

पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कहा है नहीं मिलेगा मुआवजा
ज्ञात हो कि किसानों की जमीन को बिना अधिग्रहण किए ही पीडब्ल्यूडी ने सड़क का निर्माण काम शुरू करा दिया है। इस पर आपत्ति करने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने किसानों से साफ कह दिया कि इस सड़क निर्माण में किसानों की जमीन के बदले में कोई मुआवजा का प्रावधान नहीं है। इधर पटवारी की जांच में तो साफ हो गया कि निर्माण में पीडब्ल्यूडी की लापरवाही है। पत्रिका ने जबसे इस मामले को प्रकाशित किया है तब से जिला प्रशासन व पीडब्ल्यूडी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

जांच में मिली सड़क है 8 मीटर, पर पीडब्ल्यूडी बना रहा 16 में
पटवारी की टीम जब जांच करने गांव पहुंची और सड़क की पूरी नाप ली तो पता चला निर्माण निधारित से अधिक में कराया जा रहा है।क्षेत्र के पटवारी एससी विजया ने बताया एसडीएम के आदेश पर जांच करने गए थे। नाप किए तो पाया कि सड़क 8 मीटर की है, पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने 16 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण करा रहा है। कहा जाए कि किसानों की जमीन चार-चार मीटर दबा दी गई है। हमने जांच कर रिपोर्ट उच्च अधिकारी को दे दी है।

किसानों को उम्मीद अब मिलेगा अपना हक
इधर किसान ईश्वर दुबे ने कहा इस मामले को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित कर पत्रिका ने शासन-प्रशासन के सामने लाया और आखिर स्थिति देखने जांच अधिकारी आ ही गए। अब तो पूरी उम्मीद है कि शासन-प्रशासन हमारी जमीन का अधिग्रहण कर किसानों को उनकी जमीन के अनुसार मुआवजा देगा। बता दें कि इससे पहले दबाई गई जमीन को लेकर पीडब्ल्यूडी अधिकारी के साथ किसानों की बहस हुई थी, जहां अधिकारी ने साफ कहा था कि सड़क बनेगी, पर किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा, जिसके बाद किसानों में नाराजगी देखी गई। इधर मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अभी तक मौन हैं। वे इस बारे में अब कुछ बोलने को तैयार ही नहीं है। मोबाइल फोन से संपर्क करे, तो रिसीव नहीं करते।

26 किसानों की जमीन आ रही है जद में
बता दें कि इस 10 किमी तक के सड़क निर्माण में लगभग 26 किसानों की जमीन आ रही है। यह सड़क परसाही, बटरेल से जामगांव-आर तक बनाई जा रही है। 13 करोड़ रुपए की लागत से बनाई जा रही सड़क में पीडब्ल्यूडी की बड़ी ज्यादती देखने को मिल रही है।

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