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समोसे, चाय तक के एक-एक रुपए का देना होगा हिसाब, प्रचार का खर्च 25 की बजाय 28 लाख निर्धारित

locationबालोदPublished: Oct 09, 2018 11:28:46 pm

विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी को एक-एक रुपए कहा जाए समोसे, जलेबी, चाय तक का हिसाब देना होगा। नई गाइड लाइन के अनुसार प्रचार के लिए लिए प्रत्याशी के खर्च की सीमा 25 की बजाय 28 लाख निर्धारित कर दी गई है।

balod patrika

समोसे, चाय तक के एक-एक रुपए का देना होगा हिसाब, प्रचार का खर्च 25 की बजाय 28 लाख निर्धारित

बालोद. चुनाव आयोग के आचार संहिता लागू कर करते ही अब निर्वाचन आयोग ने कड़ाई से गाइड लाइन भी जारी कर दिया है। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी को एक-एक रुपए कहा जाए समोसे, जलेबी, चाय तक का हिसाब देना होगा। नई गाइड लाइन के अनुसार प्रचार के लिए लिए प्रत्याशी के खर्च की सीमा 25 की बजाय 28 लाख निर्धारित कर दी गई है। खर्च पर नजर सीसी टीवी कैमरे के अलावा वीडियो शूटिंग के जरिए रखी जाएगी। आचार संहिता लगने के बाद से चुनाव आयोग द्वारा जारी गाइड लाइन के जरिए भावी प्रत्याशियों के खर्च व उनके प्रचार-प्रसार पर पैनी नजर रखने की तैयारी पूरी तैयारी की गई है।

खाते से राशि डालने व निकालने की देनी पड़ेगी जानकारी
विधानसभा चुनाव प्रत्याशी के लिए गाइड लाइन के अनुसार नया बैंक खाता खुलवाना पड़ेगा। जहां राशि डालने व निकालने का पूरा हिसाब देना पड़ेगा। प्रत्येक प्रत्याशी को 28 लाख रुपए से अधिक खर्च नहीं करना है। पिछले विधानसभा चुनाव में खर्च की सिमा 20 लाख थी। चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार करते समय अपने कार्यकर्ताओं व मतदाताओं को रिझाने के लिए एक-एक लड्डू, कचौड़ी या समोसा, जलेबी के साथ चाय खिलाए तो उसका भी हिसाब देना पड़ेगा। यही नहीं अगर पानी पाउच बांटा गया तो उसकी गिनती की जाएगी। कहा जाए प्रत्याशी के हर हरकत हर व खर्च पर चुनाव आयोग की नजर रहेगी। यदि तय सीमा से अधिक खर्च हुआ तो प्रत्याशी पर गाज गिर सकती है।

नानवेज खाना हुआ सस्ता, 100 रुपए थाली
निर्वाचन आयोग ने चुनावी खर्च की सीमा विधानसभा के लिए अधिकतम 28 लाख किए हैं। बता दे कि प्रत्याशी वोटरों या कार्यकर्ताओं के लिए मुर्गा, मटन, बकरा भात से लेकर कई तरह के दावत देते हैं। इसलिए चुनाव आयोग के मुताबिक इस चुनाव के लिए दर तय कर दिए हैं। यहां तक नानवेज सब्जी की प्रति प्लेट की कीमत 100 रुपए तय की गई है, जबकि होटलों में 200 से 300 रुपए दर है। वहीं वेज थाली भी 100 रुपए दर तय की गई है। समोसे की कीमत 10 रुपए से अधिक नहीं दर्शा सकते। चाय के लिए प्रति कप पांच रुपए तय किए गए हैं इससे अधिक हुए तो समझो नेता संदेह के घेरे में है।

जनता को प्रत्याशियों के नामों का इंतजार
साथ ही यह भी बताया जा रहा है किस मद की राशि कहां खर्च होगी बैनर, होर्डिंग, पोस्टर की हर साइज के लिए दर तय की गई है। इधर अब सभी राजनीतिक पार्टी तेजी से चुनाव की तैयारी में लग गए है। वहीं जिले की जनता को अभी भी भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों के नामों का इंतजार है क्योंकि अभी तक पार्टी ने अपने उम्मीदवार तय नहीं किए गए हैं।

 

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