पौधों में प्रतिदिन मनरेगा के तहत पानी भी डाला जा रहा
सरपंच पति कृष्णमूर्ति तिवारी एवं वार्ड-12 के पंच के अनुसार सभी पौधों में प्रतिदिन मनरेगा के तहत पानी भी डाला जा रहा है। पंच जानकी बाई, अनीता बाई, मोती चंद्राकर, विमला बाई, मीरा बाई, कुंती बाई चंद्राकर, अनु बाई साहू, चाणक्य, पुष्पा सोनवानी, विजय साहू, बिहारी लाल नागवंशी, कृष्णमूर्ति तिवारी ने मृत व्यक्तियों का कफन नहीं जलाने का निर्णय लिया है। इस कपड़े से बनाया गया सुरक्षा घेरा देखने योग्य है।
गांव को ऑक्सीजन जोन बना रहे
सरपंच सुमन तिवारी ने कहा कि एक समय था, जब ऑक्सीजन की कमी के कारण देश और राज्य में कोरोना वायरस ने हजारों लोगों की जान ले ली। अब गांव को ऑक्सीजन जोन के रूप में विकसित कर रहे हैं। हमारे मन में बात आई कि कफन को जलाकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं। उसे पर्यावरण की सुरक्षा में उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से कफन के कपड़े का इसी तरह उपयोग करने और एक पौधा लगाने की अपील की।