खेतों में अर्ली प्रजाति के धान की फसल पककर तैयार है। बारिश को देखते हुए मजबूरी में मशीन से फसल की कटाई करवा रहे हैं। वहीं लेट से पकने वाली फसल में कीट प्रकोप से किसान परेशान हैं। भूरा माहो और तनाछेदक फसल को खराब कर रहे हैं। खेतों में अब किसानों को पानी की जरूरत भी नहीं है।
किसान गांवों में घूमने वाले मवेशियों से परेशान है। खेतों में खड़ी फसल के मवेशी चर रहे हैं। गौ पालक अपने मवेशियों को खुले में छोड़ देते हैं जो खेतों में जाकर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
तांदुला जलाशय से नहर में अब भी पानी किया जा रहा है। जमीन गीली होने से फसल कटाई में दिक्कत हो रही है। कई किसान खेतों में भरे पानी को निकाल रहे हैं ताकि जमीन सूख जाए और फसल की कटाई कर सके। कई खेतों में धान की फसल गिरने से धान की बालियां खराब होने का डर किसानों को सताने लगा है।