आबादी क्षेत्रों में निकल रहे सांप, दहशत में लोग
आबादी क्षेत्रों में सांप निकल रहे हैं, जो लोगों के लिए खतरा बन सकते हैं। ऐसे में सावधानी बरती जाए तो इनसे बचा जा सकता है। सांप-बिच्छू आमतौर पर जमीन के अंदर या बिल में रहते हैं। गर्मी और बारिश के समय ये खुले में आ जाते हैं। कई बार लोग सर्पदंश का शिकार हो जाते हैं। इन दिनों शहरों व ग्रामीण इलाकों में खेत खलिहान में छिपे जहरीले सर्प और बिच्छू बाहर निकल रहे हैं। ये खेतों के पास सड़कों पर हर रोज दिख रहे हैं। गलियों और घरों के आस-पास भी बिच्छू दिख रहे हैं।
सांप डसने से 5 साल के बच्चे की हुई थी मौत
बीते सप्ताह जिले के डौंडी ब्लॉक के ग्राम दारुटोला में घर पर सोए पांच वर्षीय बच्चे को सांप ने डस लिया था। शरीर में जहर फैल जाने के कारण बच्चे की मौत हो गई। वहीं शनिवार को अस्पताल में बिच्छू काटने के तीन मामले सामने आए। हालांकि समय पर इलाज होने के कारण सभी की हालत ठीक है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
अंधेरे वाले जगहों पर न बैठें। सांप बिच्छू काटने पर झाड़-फूंक के चक्कर में समय बर्बाद न करें। तत्काल इलाज कराने अस्पताल लाएं। सांप डसने पर घबराएं नहीं बल्कि संयमित रहें। ज्यादा घबराने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
ग्रामीण अंचल में ज्यादा खतरा
ग्रामीण अंचलों में स्ट्रीट लाइट के अभाव में लोगों को अंधेरे में ही पैदल चलना पड़ता है। वहीं बिजली गुल होने पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग गलियों और चौक-चौराहों के अंधेरे स्थान पर बैठकर बिजली आने का इंतजार करते हैं। भीषण गर्मी और उमस से बचने कई लोग जमीन पर भी सोते हैं। ऐसे लोग कई बार बिच्छू व सर्पदंश का शिकार हो जाते हैं। गर्मी में इन जहरीले जीवों से ज्यादा खतरा रहता है।
सांप-बिच्छू काटने की पर्याप्त दवाई उपलब्ध
सिविल सर्जन डॉ. एसएस देवदास ने बताया कि जिला अस्पताल में सांप-बिच्छू काटने की पर्याप्त दवाई है। किसी के साथ घटना हो जाए तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उपचार कराएं।