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सरकार की स्वीकृति में अटके 500 करोड़ के काम

locationबालोदPublished: Jul 11, 2018 12:13:39 am

राज्य सरकार ने बीते तीन साल में जिले के सिंचाई विभाग के लगभग 500 करोड़ के कार्यों को बजट में शामिल किया। इसके बाद भी इन कार्यों की आज तक प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है।

इसी तांदुला नदी में ओरमा व टेकापार के बीच बनेगा एनीकट।

सरकार की स्वीकृति में अटके 500 करोड़ के काम

बालोद. राज्य सरकार ने बीते तीन साल में जिले के सिंचाई विभाग के लगभग 500 करोड़ के कार्यों को बजट में शामिल किया। इसके बाद भी इन कार्यों की आज तक प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है। लगता है राज्य सरकार इन कार्यों को भूल गई है। बता दें कि राज्य सरकार हर साल बजट में विभिन्न विकास कार्यों का पिटारा खोलती है पर बजट में शामिल इन कार्यों का समय पर क्रियान्वयन नहीं होता। कई वर्षों तक शासन से प्रशासकीय स्वीकृति तक नहीं मिल पाती।
ऐसा ही मामला जिले के सिंचाई विभाग का है। तीन वर्षों से राज्य सरकार ने अपने घोषित बजट में जिले के सिंचाई विभाग के विभिन्न विकास कार्यों के लिए 500 करोड़ का कार्य बजट में शामिल किया है। राज्य सरकार ने बजट में शामिल होने के तीन वर्ष बाद भी प्रशासकीय स्वीकृति नहीं दी है।

क्षेत्र में कांग्रेस का कब्जा, इसलिए नहीं दे रही स्वीकृति
करोड़ों के कार्यों को प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिलने के कारण अब सवाल उठाए जा रहे हैं। कयास लगो जा रहे है कि बालोद जिले की तीन विधानसभा में एक भी भाजपा विधायक नहीं है। इसलिए मुख्यमंत्री नाराज है और कार्यों को प्रशासकीय स्वीकृति नहीं दे रहे हैं। वहीं विधायक भैयाराम सिन्हा ने भी कहा कि प्रदेश सरकार ने सिर्फ लोगों को ठगा है। जनहित के कार्यों को आखिर क्यों स्वीकृति नहीं देते।

राज्य सरकार से स्वीकृति की उम्मीद लगाए बैठे हैं जिलेवासी
सिंचाई विभाग के मुताबिक राज्य सरकार ने दो वर्ष में अपने बजट में जितने भी कार्य शामिल किए हैं, वह सभी महत्वपूर्ण व जनहित का कार्य है। इन सभी कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति मिल जाए तो जिले के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। सबसे ज्यादा किसान को राहत मिलेगी। फिलहाल लोग उम्मीद में है कि राज्य सरकार जल्द ही बजट में शामिल इन कार्यों का प्रशासकीय स्वीकृति दिलाएंगे।

सरकार ने साध ली चुप्पी
सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार की बजट में इन करोड़ों के विकास कार्य शामिल होने के बाद सिंचाई विभाग ने प्रशासकीय स्वीकृति के लिए प्रपोजल बनाकर राज्य सरकार को दे दिए हैं पर आज तक शासन ने बजट में शामिल कार्यों को ही प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दे रहे है। वहीं इस मामले पर जब सिंचाई विभाग के ईई एसके टीमक से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि बजट में तो करोड़ों का कार्य शामिल है पर शासन से प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

इन विकास कार्यों को किया बजट में शामिल, अब तक नहीं हुए शुरू

सन् 2016 बजट सत्र
04 करोड़ 50 लाख की लागत से खारुन नदी में ग्राम तर्री में घाट निर्माण
04 करोड़ 56 लाख गुंडरदेही एनीकट व सूक्ष्म सिंचाई योजना
06 करोड़ 10 लाख रुपए चंदनबिरही एनीकट में सूक्ष्म सिंचाई योजना
09 करोड़ 43 लाख झरनटोला जलाशय निर्माण के लिए
इसके अलावा और भी विकास कार्य शामिल है।

सन् 2017 बजट सत्र
12 करोड़ टेकापार से ओरमा तांदुला नदी में एनीकट का निर्माण
05 करोड़ 52लाख खारुन नदी पर एनीकट का निर्माण
08 करोड़ 20 लाख गोंदली एलबीसी नहर का लाइनिंग के लिए
03 करोड़ 21 लाख धनगाव जलाशय जीर्णोद्धार
07 करोड़ तांदुला परियोजना अंतर्गत सिकोसा वितर्क नहर जीर्णोद्धार
03 करोड़ 16 लाख तांदुला परियोजना अंतर्गत जगतरा-जामगांव एकवाडाक्ट निर्माण
05 करोड़ का निपानी में एनीकट
03 करोड़ का पटेली में एनीकट
2017-2018 के बजट में भी करोड़ों के काम शामिल हैं पर इनकी प्रशासकीय स्वीकृति मिले तब काम का है। इसके अलावा और भी विभिन्न विकास निर्माण कार्य बजट में शामिल किए हैं।

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