हर वार्डों में कचरा, नाली भी पटी
नगर पालिका के सफाई निरीक्षक पूर्णानंद आर्य ने बताया कि सफाई को लेकर तत्पर हैं। लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं। महिला समूह की स्वच्छता दीदियों की टीम घर-घर कचरा कलेक्शन करने जाती हंै। फिर भी लोग कचरे को नाली व अपने घर के सामने डाल रहे हंै। हालांकि नगर पालिका सफाई करवाती है। लोगों की लापरवाही के कारण कचरा नाली व गली-मोहल्लों, सड़कों पर फेंक रहे हैं।
लोग 30 रुपए सफाई शुल्क भी नहीं देना चाहते
नगर पालिका के मुताबिक डोर टू डोर कचरा क्लेशन के लिए प्रति दिन एक रुपए शुल्क लिया जाता है। जिसने स्वच्छता दीदी हर घर से कचरा लेती है। कई लोग यह कहकर कचरा व रुपए नहीं देते हैं कि स्वच्छता दीदियों को सरकार महीने में वेतन दे रही हंै। फिर महीने के तीस रुपए क्यों दें। सफाई निरीक्षक ने कहा कि जो राशि दी जाती है, वह महिला समूह नहीं रखता बल्कि नगर पालिका में जमा होती है।
सफाई व्यवस्था पर एक नजर
कुल वार्ड -20
हर दिन नगर में 3800 किलो कचरा निकलता है।
पालिका हर महीने सफाई के लिए 6 लाख खर्च करती है।
सभी वार्ड के लगभग 5439 घरों में कचरा कलेक्शन की योजना।
कई लोग नहीं देते महीने में सफाई के 30 रुपए।
लगभग 4 हजार से अधिक घरों में कचरा कलेक्शन।
20 रिक्शा, 10 टिप्पर, 15 हाथ कचरा गाड़ी व एक जेसीबी से सफाई।

हर माह छह लाख खर्च, फिर भी गंदगी
नगर पालिका के मुताबिक सफाई के लिए ही नगर पालिका हर महीने लगभग छह लाख रुपए खर्च करती है। जिसमें डीजल, सफाई कर्मियों व स्वच्छता दीदियों का वेतन भी शामिल है। साफ -सफाई रोजाना हो रही हैं। साफ -सफाई के लिए धीरे-धीरे लोग नगर पालिका का सहयोग करना बंद कर रहे हैं।
सफाई हम सबकी जिम्मेदारी
पालिका के सफाई निरीक्षक पूर्णानंद आर्य ने कहा कि हर वार्ड मोहल्लों की नाली गलियों की साफ -सफाई करा रहे हैं। साफ -सफाई हम सबकी जिम्मेदारी व कर्तव्य है। लोग कचरे को नाली व गली सड़कों पर न फेंके। स्वच्छता दीदियों को कचरा दें। लोग भी सफाई में सहयोग करें तो नगर और साफ सुथरा दिखाई देगा।