नल कनेक्शन के बदले जलकर नहीं पटाने के मामले में शासकीय आवासों में रहने वाले अधिकारी सबसे आगे हैं। इन अधिकारियों से पालिका को लगभग नौ लाख रुपए वसूल किया जाना है। शासकीय कर्मचारियों के इसी रवैए के कारण पालिका को लाखों रुपए राजस्व का नुकसान हो रहा है। अब पालिका प्रशासन ऐसे बकायादारों से सख्ती के साथ वसूल करेगा। अन्यथा की स्थिति में कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी।
चौकाने वाली बात यह है कि यहां वर्षों से सरकारी कालोनी के घरों में रहने वालों ने जलकर नहीं पटाया है। नगर पालिका ने इन कर्मचारियों से संबंधित विभाग को नोटिस भेजा है, पर विभाग ने नोटिस का जवाब अभी तक नहीं दिया है।
जिला मुख्यालय में 130 ऐसे शासकीय कर्मचारी है जिन्होंने बीते 8-9 सालों से जलकर नहीं पटाया है। इन अधिकारी- कर्मचारियों से नगर पालिका को लगभग 9 लाख रुपए की वसूल किया जाना है। इनमें से अधिकतर कर्मचारी सरकारी आवास छोड़ चुके हैं।
नगर पालिका से मिली जानकारी के मुताबिक जब भी कोई शासकीय कर्मचारी नगर में आते हैं तो उसकी जानकारी दी जाती है। किंतु स्थानांतरण के बाद जाने की सूचना नहीं दी जाती है। इसी तरह नल कनेक्शन बंद करने की जानकारी भी पालिका को नहीं दी जाती है। नल-जल की राशि बिना जमा किए जिला मुख्यालय छोड़कर चले जाते हैं।
जिले में पदस्थ रहे इन पूर्व अधिकारियों से जलकर का बकाया राशि वसूलना नगर पालिका प्रशासन के बस की बात नहीं है। पालिका ने इन अधिकारियों को वसूली के लिए कई बार नोटिस दिया जा चुका है। इन्होंने राशि जमा करना तो दूर की बात है नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझा। पालिका प्रशासन भी कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है।
सूर्यप्रकाश आचार्य (पूर्व आबकारी अधिकारी) साल 2001 से मार्च 2019 तक जिले में पदस्थ रहे हैं। उनके घर के नल कनेक्शन का जलकर बकाया राशि 23,271 रुपए है। एसके यादव (उप अभियंता) का साल 1994 से मार्च 2019 तक जलकर 24,948 रुपए बकाया है। बृजकिशोर (पूर्व पुलिस अधिकारी) के सरकारी आवास का साल 1998 से मार्च 2019 तक जलकर बकाया राशि 23,343 रुपए है। आरएस श्याम (पूर्व मद्य भंडार प्रभारी) साल 2001 से मार्च 2019 तक जलकर बकाया राशि 6 6 ,7,44 रुपए है। डीएन गिरदोनिया (पूर्व कार्यपालन अभियंता) से भी नगर पालिका को 6 048 रुपए जलकर वसूल किया जाना है। आईएल मेहर (पूर्व कृषि अधिकारी) साल 2001 से मार्च 2019 तक का जलकर 24000 हजार रुपए बकाया है।
नगर पालिका ने बीते दिनों घर घर जाकर ही नल कनेक्शनों की सूची तैयार की है। जिसमें चौकाने वाले आंकड़े सामने आया है। यहां कई विभाग के ऐसे अधिकारी है जो स्थानांतरण होकर चले गए है और नल कनेक्शन चालू है। जलकर वसूली में पालिका की भी लापरवाही सामने आई है। पालिका ने एक दो नहीं कई साल से जलकर जमा नहीं करने वालों के नल कनेक्शन क्यों नहीं काटे? नगर पालिका के मुताबिक इन लोगों को कई बार नोटिस जारी किया गया था। जब वसूली के लिए कर्मचारी जाते हंै तो ये लोग पद का रौब दिखाते थे। इनके रौब के आगे पालिका प्रशासन वसूली में बेबस नजर आ रहा है।
नगर पालिका प्रशासन ऐसे बड़े बकायादारों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई के मूड में है। राजस्व नुकसान को देखते हुए पालिका द्वारा बड़े बकायादारों के घरों का सर्वे कराया जा चुका है। सर्वे के बाद सूची बनाई जा रही है। ऐसे बकायादारों के सरकारी घरों के नल कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी। नगर पालिका ने लगभग 130 ऐसे कनेक्शन भी पाए गए हैं जिनका कोई पता नहीं है। कई तो सरकारी क्र्वाटर छोड़कर चले गए हैं और उपयोग कोई दूसरा कर रहा है। ऐसे बकायादारों सो पालिका को लगभग नौ लाख रुपए वसूला करना है।
नगर पालिका बालोद जलकर प्रभारी अब्दुल लतीफ ने बताया कि कई लोगों ने जलकर का बकाया राशि जमा नहीं की है। ऐसे लोगों को नोटिस जारी किया गया था किसी ने भी जवाब नहीं दिया। अब नल कनेक्शन काटने की कार्राईकी जाएगी।