scriptशादीशुदा नर्स की ससुराल में संदिग्ध परिस्थिति में मौत, मां की गुहार पर पुलिस ने 52 दिन बाद दोबारा कब्र से निकाला शव | The nurse's body was retrieved from the grave in Balod | Patrika News

शादीशुदा नर्स की ससुराल में संदिग्ध परिस्थिति में मौत, मां की गुहार पर पुलिस ने 52 दिन बाद दोबारा कब्र से निकाला शव

locationबालोदPublished: Jul 13, 2021 06:51:34 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

नर्स की मौत के बाद उसके दफन किए शव को सोमवार को 52 दिन बाद निकाला गया है। शव के अपघटित होने के कारण पोस्टमार्टम के लिए रायपुर के मेकाहारा भेजा दिया गया।

शादीशुदा नर्स की ससुराल में संदिग्ध परिस्थिति में मौत, मां की गुहार पर पुलिस ने 52 दिन बाद दोबारा कब्र से निकाला शव

शादीशुदा नर्स की ससुराल में संदिग्ध परिस्थिति में मौत, मां की गुहार पर पुलिस ने 52 दिन बाद दोबारा कब्र से निकाला शव

बालोद/डौंडीलोहारा. नर्स की मौत के बाद उसके दफन किए शव को सोमवार को 52 दिन बाद निकाला गया है। शव के अपघटित होने के कारण पोस्टमार्टम के लिए रायपुर के मेकाहारा भेजा दिया गया। मृतका की मां ने दामाद व ससुराल पक्ष पर नर्स से मारपीट करने व दहेज मांगने का आरोप लगाया था। सुरेगांव थाना क्षेत्र के ग्राम मुडख़ुसरा में 20 मई को 28 वर्षीय नर्स गामीनता साहू की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। मृतका की मां ने हत्या की आशंका जताई थी। जिसके कारण नए सिरे जांच और पोस्टमार्टम मांग की गई थी। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को नर्स के शव को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट राजश्री पाण्डे, एसडीओपी दिनेश सिन्हा, डौंडीलोहारा बीएमओ विनोद कुमार चौरका, सुरेगांव थाना प्रभारी यामन देवांगन व परिजनों की उपस्थिति में निकाला। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह पाने की बात पुलिस कह रही है।
बेटी की हत्या की
मृतका की मां कलेन्द्री ने बताया कि उनकी बेटी गामीनता की शादी साल 2016 में मुडख़ुसरा के हीरालाल से हिंदू रीति रिवाज से हुई थी, जो आर्मी जवान है। उनकी बेटी नर्स थी। दोनों के बीच कुछ दिन सब ठीक चल रहा था। बाद में हीरालाल गामीनता के साथ मारपीट व प्रताडि़त करता था। जब भी वह घर आती तो इसकी जानकारी देती थी। कई बार फोन से भी इसकी जानकारी देती थी। मां ने कहा कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। बेटी के हत्यारे को सजा दिलाने अंतिम दम तक लड़ाई लड़ूंगी।
बेटी के शरीर में चोट के निशान
20 मई को मौत के बाद शव का दाह संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन मृतका की मां को उनकी बेटी की हत्या की आशंका हुई तो उन्होंने शव को दफन करवाया था। पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में गामीनता की मौत हृदयाघात से होना बताया। मां कलेन्द्री ने इस रिपोर्ट को गलत बताया। लगातार नए सिरे से जांच की मांग कर रही थी। उनका कहना है कि उनकी बेटी के शरीर में चोट के निशान थे। इस वजह से नए सिरे से जांच के लिए शव को 52 दिन बाद बाहर निकाला गया।
ये है पूरा मामला
डीएसपी दिनेश सिन्हा ने बताया कि मृतका नर्स की मौत के बाद 21 मई को बालोद में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। नर्स की मां ने हत्या की आशंका के चलते शव गांव में दफन कर दिया। पुलिस को दिए बयान में कहा कि उनका दामाद हीरालाल लगातार उनकी बेटी को प्रताडि़त करता था। दामाद का किसी अन्य लड़की के साथ अवैध संबंध का भी आरोप लगाया था। पोस्टमार्टम में मौत की वजह हृदयाघात बताई गई थी।
ससुराल पक्ष ने कहा-जांच मंजूर है
मृतका के ससुराल पक्ष वालों ने कहा कि मायके पक्ष ने, जो आरोप लगाए हैं, वह गलत है। हम खुद चाह रहे हैं कि गामीनता की मौत की जांच हो। ताकि सच सबके सामने आए। डीएसपी बालोद दिनेश सिन्हा ने बताया कि गामीनता की मौत में उसकी मां ने हत्या की आशंका जता कर दोबारा जांच के लिए आवेदन दिया था। उसके शव को दोबारा पोस्टमार्टम करने बाहर निकाला गया। पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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