अधिकतर प्रत्याशी चुनाव जीतने वोटरों को लुभाने शराब का सहारा ले रहे है। इसका प्रमाण चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस द्वारा जब्त शराब है। पुलिस ने एक जनवरी से 26 दिनों के भीतर ही 160 लोगों के खिलाफ अवैध शराब बेचने व रखने की कार्रवाई की है। ऐसे लोगों से पुलिस ने लगभग एक लाख 40 हजार रुपए के शराब जब्त कर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
बता दें कि प्रत्याशी तो चुनावी प्रचार में व्यस्त है ऐसे में प्रत्याशी अपने समर्थकों को शराब खरीदने शराब दुकान भेज रहे हैं। बड़ी मात्रा में शराब इक_ा कर चुनाव प्रचार के साथ ही साथ मतदाताओं को बांट भी रहे है। समर्थक दिन में कई बार दुकान जाकर शराब खरीदकर इकटठा करते और रात को बांटते हैं। बताया जाता है कि इस काम के लिए कई प्रत्याशी बकायदा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी भी लगा दिए हैं।
इस गैरदलीय पंचायत चुनाव में राज्य की दोनों राजनीतिक पार्टी सक्रिय है। पार्टीके कर्ताधर्ता समर्थित प्रत्याशियों को जिताने कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। यही नहीं कई ऐसे प्रत्याशी है जो अपने चुनाव चिन्ह के अनुरूप मतदाताओं को लुभा रहे हैं। जैसे कोई गिलास तो कोई छाता बांट रहे हैं। वहीं कई प्रत्याशी शराब बांट रहे हैं।
पुलिस ने चुनावी सीजन में एक से 26 जनवरी तक जिले से 160 लोगों पर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने 425.79 लीटर शराब जब्ती की जिसकी कीमत 1 लाख 40 हजार रुपए आंकी गई है। पुलिस की कार्रवाई जारी है।
बीते दिनों ग्राम बघमरा में जनपद क्षेत्र क्रमांक 13 सदस्य उम्मीदवार सीता साहू, यशवंत साहू और उनके साथी राजेंद्र प्रसाद साहू को 300 नग शराब सहित पुलिस ने पकड़ा। उक्त शराब को चुनाव प्रचार में वितरण करने लाना बताया गया। 25 जनवरी की रात राजेंद्र साहू के घर छापामार कर्रवाई की जहां 6 प्लास्टिक की बोरी में 50-50 नग देसी शराब बरामद की गई। कीमत 18 हजार रुपए आंकी गई। पुलिस ने वोटरों को बांटने से पहले ही शराब जब्त कर ली। मामले में पुलिस ने दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।