जैसे ही सूचना मिली, पुलिस अधीक्षक डा. जितेन्द्र यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिश राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक कर्ण कुमार उईके तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल की बारीकी से जांच की। इसके उपरांत अधिकारियों ने थाना प्रभारी राजहरा व साइबर सेल, डाग स्क्वाड और फारेंसिक टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद राजहरा थाना में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने पुलिस व साइबर सेल की एक विशेष टीम गठित की। सभी को हत्या के आरोपित को जल्द पकड़ने के लिए निर्देषित किया गया। इसके बाद टीम गांव गई। वहां उन्होंने मृतक के संबध मे जानकारी एकत्रित की। पुलिस ने बताया कि मृतक मिस्त्री का काम करता था। घटना के दिन भी वह दल्लीराजहरा काम पर गया था। शाम को काम से वापस अपने गांव लौट रहा था। रास्ते में रजही डेम के पास अज्ञात व्यक्ति ने उसकी हत्या कर शव को खार में फेंक दिया था।
बस्तर के हस्तशिल्पकारों का हुनर: दिल्ली के लोगों को बनाया दीवाना, एक लाख के सामानों की हुई बिक्री
पुलिस को करते रहे गुमराह
आदिशक्ति नारी उन्नयन फाउंडेशन द्वारा संचालित रानी लक्ष्मी बाई योजना टीम द्वारा ग्रामीणों व परिजनों से मृतक के संबध में जानकारी ली। इसके बाद उन्हें पता चला कि घटना के बाद से ही दो लोग रूमन लाल भूआर्य व बालक राम बाका निवासी रजही गांव में नहीं थे। संदेह के आधार पर दोनों को कुरूभाट के पास घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को थाना लाकर पूछताछ की। लेकिन वे काफी देर तक पुलिस को गुमराह करते रहे।
पत्नी को लेकर था शक
तकनीकी साक्ष्य के अधार पर पुलिस ने दोनोंसे कड़ाई से पूछताछ की। इस पर आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। आरोपित बालक राम बाका ने बताया कि मृतक उसका पड़ोसी था। उसके साथ काम पर जाता था, वहीं उसके घर भी आना जाना था। जिससे वह अपनी पत्नी को लेकर उस पर शक किया करता था। जिस वजह से पहले भी मृतक के साथ उसका वाद-विवाद हुआ था। इसके बाद उसने मृतक कामता प्रसाद रावटे को मारने की योजना बनाई थी।