ग्रामीणों के मुताबिक शीशम चौक सहित गांव के अंदर चौक-चौराहों पर कोई शराब पीता मिला तो उसे और पास के दुकानदार पर 5 हजार रुपए का जुर्माना एवं इसकी जानकारी देने वाले व्यक्ति को 2 हजार रुपए इनाम दिया जाएगा। इस सख्ती के बाद से पूरे गांव में न शराब बेची जा रही है और न ही सार्वजनिक जगहों पर लोग शराब पी रहे हैं। नशे के कारण लड़ाई-झगड़ा भी बंद हो गया है। दुकानों में प्लास्टिक डिस्पोजल और पानी पाउच भी बिकना बंद हो गया है।
ग्राम विकास समिति व ग्रामीणों ने इस पहल के बाद अन्य गांव को नियम कानून की जानकारी देने गांव के बाहर चौक पर बोर्ड लगा दिया है। अन्य गांव से आने वाले भी नियम को सुनकर अचरज में पड़ जाते हैं। ग्रामीण अध्यक्ष मुंसी राम व कोषाध्यक्ष तोरण लाल साहू ने बताया कि शीशम चौक की दुकानों से शराबियों को आसानी से पानी पाउच, डिस्पोजल व कभी-कभी शराब भी उपलब्ध हो जाती थी। देर रात तक शराबियों की जमावड़ा लगा रहता था। शराब पीकर गाली-गलौज, प्लास्टिक डिस्पोजल, पानी पाउच, शराब की बोतल फेंक देते थे। गंदगी के साथ प्रमुख चौक शराबियों का अड्डा बन गया था।
सरपंच ग्राम पसौद सुशीला बाई ने बताया कि ग्रामीणों का निर्णय व नियम गांव के हित में है। अन्य गांव के लिए भी प्रेरणा बना हुआ है। अब काफी सुधार हुआ है। शराबखोरी-हुल्लड़ पर रोक लगी है।
गांव के चौक-चौराहों, तालाब व सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने वाले व्यक्ति से 3 हजार रुपए दंड लिया जाएगा।
गांव की किराना दुकान, शीशम चौक की दुकानों में चिल्हर डिस्पोजल, पानी पाउच बेचने पर 3 हजार रुपए दंड लगाया जाएगा।
गांव में शराब बेचने पर 5 हजार रुपए दंड और चौक-चौराहे पर शराब पीने व दुकानदारों के डिस्पोजल बेचने की सूचना देने वाले को 2 हजार रुपए इनाम दिया जाएगा।